बैंकॉक : थाईलैंड की संसद भंग करने और दो फरवरी को मध्यावधि चुनाव का आह्वान करने वाली संकटग्रस्त प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा आज रो पड़ीं और उन्होंने जोर देकर कहा कि वह चुनाव से पहले इस्तीफा नहीं देंगी. सरकार विरोधी एक नेता ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए 24 घंटे का समय दिया है.
यिंगलक ने मंत्रिमंडल की साप्ताहिक बैठक के दौरान थाई आर्मी क्लब में कहा, हम सभी थाई साथी हैं. हमें एक दूसरे को नुकसान क्यों पहुंचाना होगा. मैं अब तक पीछे हटती आई हूं और मैं नहीं जानती और कितना पीछे हटना है. क्या आप (प्रदर्शनकारी) चाहते हैं कि मैं थाईलैंड की जमीन पर पैर भी न रखूं. बैंकॉक पोस्ट समाचारपत्र के अनुसार उन्होंने प्रदर्शनकारियों से अपील की कि वे शिनावात्रा कुटुम्ब की आलोचना न करें और उन्होंने विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी से कहा कि वह चुनावों में भाग लेकर लोकतंत्र को बचाए रखने में मदद करे.
फेउ थाई पार्टी के प्रवक्ता प्रोमपोंग नोप्पारित ने यहां कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने यिंगलक को आगामी चुनावों के लिए पार्टी की सूची में शीर्ष उम्मीदवार बनाने के लिए कल रात सहमति जताई. पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि यदि पार्टी चुनाव जीतती है तो यिंगलक को प्रधानमंत्री के तौर पर नामित किया जाएगा.
इस बीच सरकार विरोधी पीपल्स डेमोक्रेटिक रिफार्म कमेटी (पीडीआरसी) ने अपनी मांग दोहराई है कि यिंगलक को इस्तीफा दे देना चाहिए. पोस्ट ने पीडीआरसी के महासचिव सेतुप थाउगसुबन के पुत्र अकानात प्रोम्फन के हवाले से कहा कि कमेटी ने यिंगलक को इस्तीफा देने के लिए कल रात साढे 10 बजे से 24 घंटे का समय दिया है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रधानमंत्री अपने भाई और पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा के हाथों की कठपुतली हैं.