लंदन : एक नये अध्ययन में यह बात सामने आई है कि स्तन कैंसर की जांच के लिए चिकित्सक के पास निर्धारित समय पर पहुंचने वाली महिलाओं की संख्या में इजाफा करने में टेक्स्ट संदेश एक उपयोगी माध्यम साबित हो सकता है. अनुसंधानकर्ताओं ने एक अध्ययन में पाया है कि जिन महिलाओं को टेक्स्ट मैसेज भेजकर स्तन कैंसर की जांच के लिए डॉक्टर से लिए गए समय के बारे में याद दिलाया गया, उनकी जांच कराने की संभावना उन महिलाओं से 20 प्रतिशत अधिक है जिन्हें संदेश नहीं भेजे गए.
अनुसंधानकर्ताओं ने 47 से 53 वर्ष तक की आयु की महिलाओं पर यह अध्ययन किया. अनुसंधानकर्ताओं के दल ने करीब 450 महिलाओं को टेक्स्ट संदेश भेजे जबकि 435 महिलाओं को संदेश नहीं भेजे गए. उन्होंने पाया कि जिन महिलाओं को संदेश भेजे गए, उनमें से 72 प्रतिशत महिलाएं जांच के लिए चिकित्सक के पास पहुंची जबकि जिन्हें संदेश भेजकर याद नहीं दिलाया गया, उनमें से 60 प्रतिशत महिलाएं ही जांच के लिए निर्धारित समय पर चिकित्सक के पास पहुंची.
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की कैंसर रिसर्च इकाई के रोबर्ट केरिसन ने कहा, ‘हम सभी कभी न कभी चीजों को भूल जाते हैं. चिकित्सक से लिए गये समय के बारे में भी हम अकसर भूल जाते हैं. स्तन कैंसर की जांच के लिए चिकित्सक से लिये गये निर्धारित समय पर महिलाओं के न पहुंचने का सबसे आम कारण भी यही है कि वह इस बारे में भूल जाती हैं.’
केरिसन ने कहा, ‘हमारे अनुसंधान ने पाया कि एक सस्ते, सरल टेक्स्ट मैसेज के जरिए महिलाओं को इस बारे में याद दिलाकर आप जांच के लिए डॉक्टर के पास समय पर पहुंचने के लिहाज से महिलाओं की संख्या बढा सकते हैं.’ यह अध्ययन ब्रिटिश जरनल ऑफ कैंसर में छपा है.