वॉशिंगटन : भारत में जन्मे वनस्पति वैज्ञानिक संजय राजाराम को हरित क्रांति के बाद वैश्विक गेहूं उत्पादन में 20 करोड टन से अधिक वृद्धि में योगदान देने के लिए प्रतिष्ठित विश्व खाद्य सम्मान से सम्मानित किया जाएगा.
राजाराम को यह पुरस्कार वर्ष 2014 के लिए दिया जाएगा. पुरस्कार राशि के तौर पर उन्हें 2,50,000 डॉलर मिलेंगे. राजाराम वर्तमान में मैक्सिको के नागरिक हैं. उन्होंने शीत एवं वसंत रितु की गेहूं की किस्मों का सफल संकर तैयार किया था जो विशिष्ट किस्मों में आता है. ये दोनों ही किस्में वर्षों से एक दूसरे से अलग थीं. दोनों के संकर से जो किस्म तैयार की गयी उसमें अधिक पैदावार क्षमता है और उसका आनुवांशिक आधार भी व्यापक है.
राजाराम द्वारा विकसित उच्च पैदावार क्षमता वाली गेहूं की 480 से अधिक किस्में छह महाद्वीपों में 51 देशों में जारी की गयी और उन्हें छोटे एवं बडे किसानों ने एक साथ अपनाया. अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘डॉक्टर राजाराम का काम हमें और बेहतर प्रयास करने को प्रेरित करता है चाहे वह निजी क्षेत्र में हो या सार्वजनिक क्षेत्र में.’’