वॉशिंगटन : रुस ने अमेरिका को आश्वासन दिया है कि वह यूक्रेन पर हमला नहीं करेगा. इससे पहले अमेरिका ने उसे चेतावनी दी थी कि यूक्रेन को ले कर जारी कार्रवाइयों की वजह से रुस अलग थलग पड जाएगा जिससे उस पर राजनयिक तथा आर्थिक दबाव भी बढ जाएगा. अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल ने इस बात पर भी जोर दिया कि किसी भी कूटनीतिक बातचीत में यूक्रेन की सरकार को अवश्य शामिल किया जाना चाहिए. उन्होंने कल रुसी रक्षा मंत्री सर्जेई शोयगु से बात भी की.
पेंटागन के प्रेस सचिव रीयर एडमिरल जॉन किर्बी ने बताया हेगल ने यूक्रेन को अस्थिर करने के रुस के प्रयास खत्म करने के लिए एक बार फिर आह्वान किया और चेतावनी दी कि अपनी गतिविधियां जारी रखने पर रुस अलग थलग पड जाएगा और उस पर राजनयिक तथा आर्थिक दबाव और बढ़ जाएगा. किर्बी के अनुसार, दोनों नेताओं ने यूक्रेन के हालात से जुडे कई मुद्दों पर चर्चा की तथा शोयगु ने यह आश्वासन दोहराया कि रुसी बल यूक्रेन पर हमला नहीं करेंगे.
हेगल ने बताया कि वहां (यूक्रेन में) कितनी खतरनाक स्थिति है. उन्होंने आगे बढ़ने के लिए एक बेहतरीन तरीका खोजने की अपनी इच्छा भी जाहिर की. बातचीत के दौरान हेगल ने पूर्वी यूक्रेन में रुस के इरादे स्पष्ट करने का आग्रह किया. किर्बी ने बताया हेगल ने कहा कि जिनीवा में 17 अप्रैल को एक करार पर सहमति बनी थी जिसके कार्यान्यन में प्रगति नजर आएगी.
उनके मुताबिक, हेगल ने दोहराया कि यूक्रेन के सुरक्षा बलों की हालिया कार्रवाई को देखते हुए अपनी सीमाओं में कानून एवं अनुशासन बनाए रखना यूक्रेन की सरकार का अधिकार है. किर्बी ने कहा उन्होंने अपने रुसी समकक्ष से ऑर्गनाइजेशन फॉर सिक्योरिटी एंड कोऑपरेशन इन यूरोप के सात निरीक्षकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सहयोग की मांग की. इन सातों निरीक्षकों को पूर्वी यूरोप में रखा गया है. इससे पहले सीनेटर जॉन मैक्केन और लिंडसे ग्राहम ने कहा था कि ओबामा प्रशासन के हालिया प्रतिबंध बहुत देर बाद लगाए गए हैं.