इस्लामाबाद : अमेरिका ने पाकिस्तान में प्रेस की आजादी और वहां पत्रकारों को रोजाना मिल रही धमकियों को लेकर आज चिंता जाहिर की. पाकिस्तान में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड ओल्सन ईस्ट वेस्ट सेण्टर के तहत पत्रकार आदान प्रदान कार्यक्रम से संबद्व नौ अमेरिकी पत्रकारों के समूह से मिले और पाकिस्तान में प्रेस की आजादी और पत्रकारों को खतरों के बारे में चर्चा की ओल्सन ने कहा ‘‘ हम पत्रकारों पर हमले को लेकर चिंतित हैं और इसकी निंदा करते हैं.
हाल ही में पाकिस्तान में प्रतिष्ठित पत्रकारों में से एक पर हमला हुआ जो यहां प्रेस की आजादी सहित लोकतांत्रिक आजादी के प्रबल हिमायती हैं. यह इस देश में उन लोगों के लिये जागरुक होने का समय है जो लोकतंत्र के हिमायती हैं.’’ वे रजा रुमी पर हाल में हुए हमले का जिक्र कर रहे थे जिसमें उनका चालक मारा गया और उनका गार्ड घायल हो गया.
ओल्सन ने कहा कि एक स्वतंत्र मीडिया लोकतंत्र का अहम स्तंभ है जो देश का शांतिपूर्ण भविष्य तय करने के लिये स्वस्थ्य राष्ट्रीय बहस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. पाकिस्तान अक्सर पत्रकारों के लिये खतरनाक जगह मानी जाती है. यहां तक कि सरकारी आश्वासन के बावजूद विदेशी पत्रकारों को कई समस्याओं का सामना करना पडता है. मीडिया की वकालत करने वाले समूह , कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नेलिस्ट , ने पिछले माह प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ बैठक के दौरान मीडियाकर्मियों की सुरक्षा का प्रश्न उठाया था.