भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत प्रशासित कश्मीर के उरी सेक्टर में भारतीय सेना के कैंप पर हुए हमले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
इस हमले में 17 भारतीय सैनिकों की मौत हुई है, जबकि चार चरमपंथी भी मारे गए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, "हम उरी में हुए कायराना हमले की कड़ी आलोचना करते हैं. मैं राष्ट्र को भरोसा देता हूं कि इस कायरतापूर्ण हमले के पीछे जो लोग हैं उन्हें सज़ा ज़रूर मिलेगी."
एक और ट्वीट में मोदी ने कहा, "हम उरी में शहीद होने वालों को सलाम करते हैं. राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा को हमेशा याद रखा जाएगा. मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं."
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, "मैंने हालात का जायज़ा लेने के लिए गृहमंत्री और रक्षामंत्री से बात की है. रक्षामंत्री हालात पर नज़र रखने के लिए कश्मीर जा रहे हैं."
उरी में हमले के बाद से ही सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किए जा रहे थे.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है.
उन्होंने पाकिस्तान को "आतंकवादी" देश करार देते हुए अलग थलग करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है. राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, "पाकिस्तान एक आतकंवादी देश है. इस रूप में इसकी पहचान कर इसे अलग थलग कर दिया जाना चाहिए."
राजनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि वे उरी में सेना के कैंप पर हुए आतकंवादी हमले में 17 जवानों के "शहीद होने" से काफ़ी दुखी हैं. उन्होंने ज़ख़्मी हुए लोगों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना भी की.
गृहमंत्री ने इस हमले की वजह से रूस और अमरीका के प्रस्तावित दौरे को भी फ़िलहाल टाल दिया है.
उन्होंने कहा कि उरी के हमलावर अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे और वो पूरी तरह से प्रशिक्षित थे.
राजनाथ सिंह ने हमले में मारे गए जवानों के रिश्तेदारों के प्रति संवेदना जताई और कहा कि हमले के लिए ज़िम्मेदार लोगों को सज़ा ज़रूर मिलेगी.
उन्होंने हमले के बाद अपने घर पर विभाग के आला अफ़सरों की बैठक कर स्थिति की समीक्षा की और प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी दे दी.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)