तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री महमूद अली सोमवार को अपने एक बयान पर फंस गए. ऐसे फंसे कि बाद में मीडिया में सफाई पर सफाई देनी पड़ गई.
मौका था हैदराबाद के गचीबावली स्टेडियम में ओलंपिक मेडल विजेता पीवी सिंधु के सम्मान समारोह का.
स्वागत से ठीक पहले महमूद अली ने मीडिया से कहा कि पीवी सिंधु को उपयुक्त कोच उपलब्ध कराने पर विचार किया जा रहा है जिससे वो अगली बार गोल्ड मेडल जीत सकें.
अली ने कहा था कि ‘वर्तमान में उनके पास जो कोच (गोपीचंद) हैं, वो भी अच्छे हैं, लेकिन हम उससे भी आगे अगले टूर्नामेंटों में उनसे गोल्ड की उम्मीद करते हैं.’
सिंधु और उनके कोच पुलेला गोपीचंद का हैदराबाद में ज़ोरदार स्वागत हुआ था.
महबूब अली के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया हुई. बीबीसी संवाददाताअमरेश द्विवेदी से बातचीत में महमूद अली ने कहा कि उनके बयान को गलत समझा गया.
महमूद अली ने कहा, "हमें तो गोपीचंद पर गर्व है. हमारी सरकार गोपीचंद को एक करोड़ रुपए दे रही है."
उन्होंने कहा, "मैंने कहा था कि सिंधु को इंटरनेशनल गेम में गोल्ड लाने के लिए ज़रूरत पड़ी तो और भी कोच दिलाएंगे."
उप मुख्यमंत्री ने कहा, "गोपीचंद के प्रयासों से ही सिंधु ने विश्व स्तर पर ऐसा प्रदर्शन किया है, वो तो हमारे हीरो हैं."
महमूद अली ने फिर दोहराया कि उनके जवाब को ग़लत रूप से लिया गया.
उन्होंने कहा, "मैंने अपने बयान में गोपीचंद का नाम तक नहीं लिया."
तेलंगाना सरकार ने रियो में सफलता के बाद पीवी सिंधू के लिए 5 करोड़ रुपये का एलान किया था. साथ ही गोपीचंद को भी एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की है.
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