रियो डि जिनेरियो : ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता बबिता कुमारी महिलाओं के 53 किग्रा भार वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल में आज यहां यूनान की मारिया प्रिवोलाराकी से अंकों के आधार पर 1-5 से हार गयी जिससे भारत का रियो ओलंपिक की महिला कुश्ती में भी अभियान समाप्त हो गया.
साक्षी मलिक ने कल 58 किग्रा में भारत को कांस्य पदक दिलाया था और आज सभी की निगाहें बबिता पर टिकी थी लेकिन विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता 26 वर्षीय भारतीय पहलवान की आक्रामक रणनीति कारगर साबित नहीं हुई और दो अवसरों पर अपने ही दांव में फंसने के कारण उन्हें यह मुकाबला गंवाना पड़ा. यूनानी पहलवान अपने दूसरे मुकाबले में वेनेजुएला की एंजेलिका बेटजाबेथ से 6-3 से हार गयी जिसके कारण बबिता का रेपेचेज के जरिये पदक हासिल करने की उम्मीद भी समाप्त हो गयी.
बबिता ने तीन-तीन मिनट के दोनों चरण में अपनी प्रतिद्वंद्वी का पांव पकड़ लिया था लेकिन यूनानी पहलवान ने किसी तरह से स्थिति बदलकर पासा पलट दिया. मारिया ने अच्छी शुरुआत की. उन्होंने बबिता को शुरू में बाहर करके एक अंक बटोरा. इसके बाद 26 वर्षीय बबिता ने अच्छी कोशिश की और यूनानी पहलवान का पांव पकड़ा लेकिन वह अपने दांव को अच्छी तरह से अंजाम तक नहीं पहुंचा पायी. मारिया ने पलटवार किया और वह दो अंक बटोरकर तीन मिनट के पहले राउंड में 3-0 की बढ़त बनायी.
अर्जुन पुरस्कार विजेता बबिता दूसरे राउंड में वापसी के लिये बेताब दिखी. उन्हें भी साक्षी की तरह वापसी के लिये जाना जाता था लेकिन यूनानी पहलवान ने उन्हें ऐसा कोई मौका नहीं दिया. बबिता ने हालांकि अच्छी कोशिश की लेकिन दूसरी बार उनका दांव उलटा पड़ गया और मारिया ने दो अंक बनाकर अपनी जीत सुनिश्चित कर दी. बबिता जब 1-5 से पीछे चल रही थी तब उन्हें खड़े होकर मारिया को गिराने की जरुरत थी लेकिन वह ऐसा नहीं कर पायी. कुश्ती में अब भारत की उम्मीदें पुरुष फ्रीस्टाइल वर्ग पर टिकी रहेंगी जिसमें संदीप तोमर (57 किग्रा), लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त (65 किग्रा) और नरसिंह यादव (74 किग्रा, खेल पंचाट के फैसले पर निर्भर) अपनी चुनौती पेश करेंगे.