‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त को दिए भाषण और बलूचिस्तान के ज़िक्र को सुर्खी बनाया है.
अख़बार ने मोदी के उस बयान को प्रमुखता दी है जिसमें उन्होंने कहा, "पिछले कई दिनों से मुझे बलूचिस्तान, गिलगित और पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर से कई लोगों के संदेश मिल रहे हैं जिनमें उन्होंने मुझे शुक्रिया कहा है. दूरदराज बैठे लोग हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री का आदर करते हैं तो ये मेरे सवा सौ करोड़ देशवासियों का सम्मान है. मैं उन लोगों का आभार जताना चाहता हूं."
प्रधानमंत्री के भाषण पर बलूचिस्तान और गिलगित के कुछ नेताओं की प्रतिक्रिया को भी अख़बार ने जगह दी है.
बलोच रिपब्लिकन पार्टी के नेता बरहमदाग़ बुगटी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वो नरेंद्र मोदी के इस बयान से और बलूचिस्तान के लोगों के प्रति भारत के रुख़ से बेहद ख़ुश हैं.
बुग़टी ने अख़बार को ये भी बताया कि वो चाहते हैं कि बलोच लोगों के संघर्ष पर बॉलीवुड फ़िल्म बनाए जिसमें शाहरुख़ ख़ान मुख्य भूमिका निभाएं.
‘द टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ ने नरेंद्र मोदी के भाषण के अलावा मुख्य न्यायधीश टीएस ठाकुर के उस बयान को भी पहले पन्ने पर जगह दी है जिसमें उन्होंने पीएम के भाषण पर निराशा ज़ाहिर की और कहा कि प्रधानमंत्री का जजों की नियुक्ति पर कुछ ना बोलना निराश करने वाला है.
अख़बार ने समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव की अपने बेटे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दी नसीहत को भी सुर्ख़ी बनाया है.
अख़बार के मुताबिक़ मुलायम सिंह ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह के ख़िलाफ़ चल रहीं साज़िश सपा को कमज़ोर करेंगी.
मुलायम ने अखिलेश को भ्रष्ट नेताओं से सतर्क रहने की सलाह दी है.
‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने दिल्ली में श्रमिकों की न्यूनतम मज़दूरी 50 फ़ीसदी तक बढ़ाए जाने के केजरीवाल सरकार के फ़ैसले को पहले पन्ने पर जगह दी है.
अब अलग-अलग कैटेगरी में ये मज़दूरी 14 से 17 हज़ार रुपए तक होगी.
‘नवभारत टाइम्स’ ने 15 अगस्त पर भारत प्रशासित जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती के भाषण को फ़्रंट पेज पर प्रमुखता से छापा है.
महबूबा मुफ़्ती ने भाषण में कश्मीर के ख़राब हालात के लिए भारत के पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर अब तक के राजनीतिक नेतृत्व को ज़िम्मेदार ठहराया है.
इसके अलावा कई अख़बारों ने भारतीय जिमनास्ट दीपा कर्मकार के ओलंपिक पदक से चूक जाने के बाद की बात को भी छापा है.
कर्मकार ने रियो ओलंपिक की वॉल्ट इवेंट में चौथे नंबर पर आने के बाद कहा कि वो अगले ओलंपिक में मेडल लेकर आएंगी.
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