मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स एंड ट्रोमेटोलॉजी (एमआइओटी), मद्रास के मनपक्कम स्थित एक मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल है. यह ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी, ऑर्थोपेडिक्स एवं ट्रॉमा के क्षेत्र में चिकित्सीय सेवा के देश के प्रतिष्ठित गिने-चुने संस्थानों में से है. इसकी स्थापना पद्मश्री डॉ पीवीए मोहनदास द्वारा जर्मन सहयोग से फरवरी, 1999 में की गयी थी.
इस अस्पताल का शुरुआती निवेश महज पांच लाख रुपये था. मगर आज करीब 14 एकड़ भूमि पर इसका भव्य परिसर विशिष्ट सेवा के लिए पहचान बना चुका है. 500 बेड की क्षमतावाले इस अस्पताल में 170 फीजीशियन कार्यरत हैं. इसके अलावा 200 अनुभवी डॉक्टर, 500 नर्स एवं 1400 अन्य स्टाफ कार्यरत हैं. यहां हर साल लगभग 3500 विदेशी मरीज इलाज कराने आते हैं, जो यहां आनेवाले कुल मरीजों की संख्या का 25 प्रतिशत हैं. साथ ही यहां नेफ्रोलॉजी, थोरेसिक और कार्डियो वस्क्यूलर केयर, न्यूरो सर्जरी, पेडीएट्रिक कार्डियो सर्जरी, लीवर संबंधित रोगों एवं कैंसर का भी उपचार किया जाता है.
क्या हैं विशेषताएं
यहां डॉक्टरों एवं सर्जनों को लेटेस्ट इक्विपमेंट्स उपलब्ध कराये जाते हैं और उनकी ट्रेनिंग भी दी जाती है. इससे डॉक्टरों के कार्य करने की क्षमता और अधिक बढ़ जाती है. यहां 750 एचडी सीटी स्कैन उपलब्ध हैं, जो कुछ ही सेकेंड में पूरे शरीर का हाइरेजोल्यूशन इमेज तैयार कर देता है.
यह एशिया पेसिफिक क्षेत्र में पहला एवं पूरे विश्व में दूसरा ऐसा हॉस्पिटल है जहां ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के लिए कंप्यूटर इंटिग्रेटेड नेविगेशन सिस्टम का उपयोग किया जाता है. यहां ऑपरेशन थियेटर को अत्याधुनिक तकनीकों से लैस किया गया है. पूरे ऑपरेशन थियेटर को इनफेक्शन फ्री जोन बनाया गया है, जिसमें तापमान, हवा के दबाव और नमी को नियंत्रित किया जा सकता है.
अत्याधुनिक आइसीयू के साथ न्यूक्लियर स्कैन, अल्ट्रासाउंड, ब्लड बैंक, डिजीटल कार्डियक कैथ लैब, फीजियोथेरेपी इत्यादि की भी बेहतर सुविधा उपलब्ध है. इन्हीं विशेषताओं की वजह से अस्पताल विशेष पहचान बना चुका है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर का ट्रॉमा सेंटर
ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी में यह अग्रणी केंद्र है. यहां अब तक ज्वाइंट फॉर लाइफ स्कीम के तहत ‘हिप’ रिप्लेसमेंट सर्जरी, ‘नी’ रिप्लेसमेंट (घुटना प्रत्यारोपण) सर्जरी, सोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी इत्यादि के 35,000 सफल सर्जरी की जा चुकी है. इसके अलावा मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स एंड ट्रोमेटोलॉजी ने ट्रॉमा और इमरजेंसी केसेज को हैंडल करने में विशेष पहचान बनायी है. यह एक मात्र ऐसा ट्रॉमा सेंटर है, जो यूएस लेवल-1 ट्रॉमा सेंटर के समकक्ष है.
मिले हैं कई अवार्ड
अस्पताल के उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्थापक डॉक्टर पीवीए मोहनदास को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है. साथ ही हॉस्पिटल को निर्यात श्री गोल्ड अवार्ड दिया जा चुका है.
-अजय कुमार