वाशिंगटन : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि पठानकोट आतंकी हमले की जांच कर रहा पाकिस्तानी दल अगले कुछ दिन में भारत की यात्रा कर सकता है. उन्होंने आशा जतायी कि विदेश सचिव स्तरीय वार्ता जल्द ही निर्धारित की जायेगी.
अमेरिका-पाकिस्तान रणनीतिक वार्ता के दौरान अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कल उन्होंने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वार्ता प्रक्रिया बहाल करने पर सहमति दो जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर हमले के कारण बाधित हो गयी. पठानकोट की घटना के बाद पाकिस्तान ने कुछ अहम कदम उठाये हैं.’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले के तत्काल बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया था और जांच में पाकिस्तान द्वारा मदद किये जाने का आश्वासन दिया था. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लगातार संपर्क में हैं.’ अजीज ने कहा, ‘‘मामला दर्ज कर लिया गया है और विशेष जांच दल (एसआईटी) अगले कुछ दिन में भारत की यात्रा कर सकता है. इसलिए हम लोगों को आशा है कि जल्द ही विदेश सचिव स्तरीय वार्ता निधार्रित की जायेगी.’ अजीज ने अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी के साथ इस अहम वार्ता की सह-अध्यक्षता की. उन्होंने कहा कि शरीफ सरकार की शांतिपूर्ण पड़ाेस की नीति के तहत इस्लामाबाद ने भारत से संपर्क किया.
अजीज ने कहा, ‘‘हम लोगों का मानना है कि भारत के साथ पूर्ण पैमाने पर और निर्बाध बातचीत से ही कश्मीर विवाद समेत सभी लंबित मुद्दों का समाधान संभव है. हम लोगों ने आतंकवाद पर हमारी संबंधित चिंताओं के समाधान के लिए एक व्यवस्था का प्रस्ताव दिया था.’ पाकिस्तान ने पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले की जांच के लिए पिछले सप्ताह पांच सदस्यों का एक संयुक्त जांच दल (जेआईटी) का गठन किया था.
इससे एक सप्ताह पहले पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रमुख मसूद अजहर का जिक्र किये बिना हमले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसे भारत हमले का मास्टरमाइंड बताता रहा है. इससे पहले दो जनवरी के हमले की प्रारंभिक जांच के लिए छह सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया था. पंजाब के गुजरांवाला शहर में शनिवार को एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने इस मामले में गिरफ्तार किये गये तीन संदिग्धों को पुलिस हिरासत में भेज दिया.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल द्वारा उपलब्ध करायी गई सूचना के आधार पर पंजाब पुलिस के आतंकवाद रोधी विभाग ने प्राथमिकी दर्ज की थी जिसमें कहा गया था कि चार हमलावर पाकिस्तान से भारत आये और एयरबेस पर हमला किया. हमले के कारण जनवरी में इस्लामाबाद में दोनों देशों के विदेश सचिवों की प्रस्तावित वार्ता स्थगित करनी पडी. इसके बाद वार्ता की तिथि अब तक निर्धारित नहीं हो सकी है.