सोशल मीडिया पर सेल्फ़ी को लेकर जुनून दुनिया भर में फैल चुका है.
अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से लेकर पोप तक दुनिया के तमाम मशहूर और ताक़तवर लोग कैमरे से अपनी तस्वीर सेल्फ़ी के लिए खींच चुके हैं.
ब्रिटेन की संचार नियामक संस्था ऑफ़कॉम के मुताबिक सेल्फ़ी लेने के मामले में लंदन सबसे माकूल जगह है लेकिन सोशल मीडिया पर पोस्ट होने वाली सबसे ज्यादा सेल्फ़ी एशिया से हैं.
ख़ुद की तस्वीर खींचनी कोई नई बात नहीं है लेकिन अच्छे कैमरे वाले स्मार्टफ़ोन और सोशल नेटवर्किंग साइट की तदाद में बढ़ोत्तरी होने से इस ‘सेल्फ़ी जुनून’ को हवा मिली है.
दायरा
हॉलीवुड की सेलेब्रिटी किम कर्दाशियां से लेकर जस्टिन बीबर तक सेल्फ़ी को लेकर काफ़ी जुनूनी है.
2014 में ऑस्कर समारोह के दौरान अमरीका की कॉमेडियन एलेन डीजेनेरेस की ली गई सेल्फ़ी अभी तक सबसे अधिक बार री-ट्वीट की गई सेल्फ़ी है.
सोशल मीडिया पर ‘सेल्फ़ीस्पेस’ का दायरा धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है.
2013 में ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी की ओर से प्रचलित शब्दों की बनाई गई सालाना सूची में सेल्फ़ी को ‘वर्ड ऑफ़ द ईयर’ चुना गया.
इसके साथ ही इस शब्द को औपचारिक मान्यता मिल गई.
ऑक्सफ़ोर्ड के संपादकों ने तब कहा था कि इस शब्द ने सोशल मीडिया से लेकर अब मुख्यधारा तक का सफर तय कर लिया है.
विश्लेषण
ऑफ़कॉम की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2014 के दौरान ब्रिटेन में 1.2 अरब सेल्फ़ी ली गई हैं.
यहां दुनिया भर में सेल्फ़ी के प्रचलन को संख्या के लिहाज से देखने की कोशिश की गई है.
इस दौरान पाया गया कि लंदन सेल्फ़ी लेने के लिहाज से सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला शहर है लेकिन सेल्फ़ी पोस्ट करने के मामले में लंदन पहले नंबर पर नहीं है.
दुनिया में सबसे ज्यादा सेल्फ़ी लेने वाले शहर (सेल्फ़ीएस्ट सिटी) का पता लगाने के लिए टाइम मैगज़ीन ने अभी तक का सबसे विश्वसनीय शोध किया है.
टाइम ने इंस्टाग्राम पर मौजूद चार लाख तस्वीरों का डेटाबेस तैयार किया.
नंबर वन
टाइम ने दुनिया भर के 459 शहरों की रैंकिंग उनकी आबादी के अनुपात में ली जाने वाली सेल्फ़ी के मुताबिक़ तय की है.
उन्होंने पाया कि मनीला का मकाती सिटी अपने आबादी के अनुपात में सबसे ज्यादा सेल्फ़ी लेता है.
ये आँकड़ा एक लाख की आबादी पर 258 सेल्फ़ी का है.
अमरीकी महाद्वीप में सबसे ज्यादा सेल्फ़ी लेने वाले शहरों में मोंटेरी (मेक्सिको) और सेन जोसे ( कोस्टा रिका) शामिल हैं.
इस सूची में दोहा, दुबई, क्वालालंपुर, सिंगापुर और नई दिल्ली भी हैं.
हिस्सा
एक दूसरे अभियान में सेल्फसिटी प्रोजेक्ट के तहत मॉस्को, साओ पालो, बैंकॉक, न्यूयॉर्क और बर्लिन जैसे शहरों में भी ‘सेल्फ़ीस्पेस’ को जानने की कोशिश की गई है.
इस प्रोजेक्ट को न्यूयॉर्क की सिटी यूनिवर्सिटी और कैलिफॉर्निया इंस्टिट्यूट फ़ॉर टेलिकम्युनिकेशन एंड इंफॉरमेशन की मदद से पूरा किया गया है.
प्रोजेक्ट में पाया गया कि सेल्फ़ी सर्वव्यापी तो है लेकिन ऑनलाइन मौजूद तस्वीरों का एक छोटा ही हिस्सा सेल्फ़ी के रूप में है.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)