अरुण कुमार, केरेडारी
केरेडारी प्रखंड की सलगा निवासीद्रौपदी देवी गरीब व असहाय लोगों की मसीहा हैं. उन हर समस्या का निदान करना उनकी जिंदगी का ध्येय बन चुका है. स्वार्थ से भरे लोगों की इस दुनिया में नि:स्वार्थ भाव से जन सेवा करना इनकी दिनचर्या है.
गरीबों के हक और अधिकार के लिए संघर्ष करने में हमेशा आगे रहती हैं. भ्रष्टाचार, विस्थापन जैसे गंभीर मुद्दों पर महिला संगठनों के साथ मिल कर इन्होंने आंदोलन किया. इसमें इन्हें काफी सफलता भी मिली. इनकी जुझारू प्रवृत्ति और संघर्ष के कारण ही चतरा, गुमला कोडरमा के सैकड़ों गांवों में जल, जंगल और जमीन की लड़ाई लड़ी गयी. प्रशासन के साथ-साथ औद्योगिक कंपनियों को भी हार माननी पड़ी है. ये महिला जागृति मंच की केंद्रीय अध्यक्ष हैं.
कई लोगों के घर बसाये : द्रौपदी देवी ने महिला समूह के नेतृत्व में चतरा की भिखनी कुमारी, कोडरमा के सुमित पहाड़ी व प्रीति गुप्ता समेत कई लोगों का विवाह कराया. टंडवा के कमल पासवान का जमीन विवाद भी सुलझाया.
आंदोलन ही ध्येय
किसान की पत्नी द्रोपदी
द्रौपदी देवी एक मध्यवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं. इनके पति देव नारायण साहू किसान हैं. द्रौपदी देवी के प्रखंड में सिलाई, कढ़ाई, पेंटिंग, बुनाई सेंटर हैं, जहां सैकड़ों महिलाओं को काम मिला हुआ है. यहां से तैयार माल बाजार में बेचा जाता है.
सरकार से ये मांगें
सरकार महिला समूह को बिना सूद के ¬ण मुहैया कराये, ताकि महिलाएं छोटे-छोटे कुटीर उद्योग कर सकें. }आज महिलाओं पर शोषण हो रहा है. ऐसे में समाज के एक-एक व्यक्ति को इसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए. }लोकसभा व विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाये.
कोल कंपनियां पहले विस्थापन नीति तय करें.
गरीब व असहाय लोगों के लिए जीवन भर आंदोलन करती रहूंगी.
दुर्गा पूजा पंडाल में दिखेगा दिल्ली गैंगरेप का दर्द : इलाहाबाद. दुर्गापूजा उत्सव के दौरान इलाहाबाद में दिल्ली में चलती बस में गैंग रेप की शिकार छात्र का दर्द भी दिखेगा. गैंगरेप की घटना को ‘दामिनी का दर्द ’ के नाम से पूजा पंडाल में थ्री-डी इफेक्ट के साथ दिखाया जायेगा. दुर्गा पूजा में देश के ज्वलंत मुद्दों की थीम पर कई पंडाल लोगों को दिखाई देंगे. इसका मकसद लोगों को जागरूक करना है.