पटना: नक्सलियों के गढ़ में महिला नक्सलियों से मुकाबले को बिहार पुलिस की महिला कमांडों उतरेंगी. राज्य पुलिस मुख्यालय महिला पुलिसकर्मियों को कमांडों ट्रेनिंग देने पर विचार कर रहा है. पूर्व में पहली बार बिहार में गठित महिला बटालियन के पुलिसकर्मियों को फायर फाइटिंग, एसएलआर चलाने सहित अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनिंग दी जा चुकी है. पुलिस मुख्यालय सूत्रों के अनुसार अनुसूचित जनजाति की महिला बटालियन को कमांडों ट्रेनिंग देने की तैयारी की जा रही है.
इन महिलाओं को विशेष रूप से वैसे पुलिस ऑपरेशन, जिसमें महिलाओं की सहभागिता आवश्यक समझी जायेगी, वहां तैनात किया जायेगा. इनके तैनात होने से स्थानीय बोली और भाषा को समझने का लाभ भी पुलिस को मिलेगा. माना जा रहा है कि इससे महिला सशक्तीकरण के प्रयासों को भी बल मिलेगा. इसमें शामिल होने की बात पर महिला पुलिस की कई जवान उत्साहित हैं.
संख्या बढ़ाने की तैयारी
पुलिस महकमे में 35 फीसदी महिलाओं को आरक्षण मिलने से महिला पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ेगी. इन महिला पुलिसकर्मियों को भी विशेष रूप से प्रशिक्षित करने पर जोर दिया जायेगा. पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने बताया कि महिला पुलिसकर्मियों की संख्या वर्तमान में आठ हजार से बढ़ कर 15 हजार से अधिक करने को लेकर तैयारी की जा रही है. इसी के अनुरूप महिला पुलिसकर्मियों के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करने की भी तैयारी की जा रही है.
दशहरे के बाद नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के अनुसार दशहरा के बाद महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. नियुक्ति की कार्रवाई केंद्रीय चयन पर्षद(सिपाही भरती) के माध्यम से की जायेगी. इसके साथ ही साथ पुरुष पुलिसकर्मियों की भी नियुक्ति की जायेगी. केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भरती) सूत्रों के अनुसार जैसे ही आदेश प्राप्त होगा, वैसे ही उसे विज्ञापित करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी.