रांची: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की ओर से मंगलवार को मारवाड़ी वीमेंस कॉलेज में महिला सुरक्षा-जन जागरण अभियान पर आयोजित सेमिनार में महिलाओं की सुरक्षा पर कई विचार उभर कर सामने आये. परिषद के प्रांतीय संगठन मंत्री सुमन कुमार मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद थे.
उन्होंने कहा कि ऐसी बात नहीं है कि आज महिलाओं के प्रति अत्याचार बढ़ गये हैं. स्थिति पहले जैसी ही है, लेकिन आज लोगों में आयी जागरूकता की वजह से ऐसे मामले तेजी से सामने आने लगे हैं. महिला सुरक्षा किसी संगठन व दल की विचारधारा का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह समाज का मुद्दा है. इसे आगे ले जाना चाहिए. श्री सुमन ने स्वामी विवेकानंद के आदर्शो पर चर्चा की.
सेमिनार में अभाविप ने मांग की कि महिलाओं के लिए हर जिले में फास्ट ट्रैक कोर्ट बने, ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके. प्रत्येक शहर में एक महिला थाना हो, महिला हेल्पलाइन भी हो और उसमें महिला कर्मियों की बहाली की जाये, जिससे पीड़ित महिलाएं अपनी समस्याएं बताने में किसी प्रकार कीझिझकन महसूस करें. आज समाज में पाश्चात्य संस्कृति ने जगह ले ली है. इससे भारतीय संस्कृति का नैतिक पतन हो गया है. परिवार का प्रचलन खत्म हो गया है. शिक्षा पद्धति में भी व्यापक परिवर्तन किया जाना चाहिए. नैतिक शिक्षा जैसे पाठ्यक्रम को बढ़ावा देना चाहिए. इस मौके पर कॉलेज की प्रोफेसर इंचार्ज एलिस ने छात्राओं को महिला सुरक्षा कानून के बारे में जानकारी दी. उन्होंने 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में दामिनी के साथ हुई घटना का भी जिक्र किया. छात्र वक्ता के रूप में परिषद के महानगर मंत्री अटल पांडेय ने भी विचार दिये. संचालन गौरव ओझा ने किया.