17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

चीन में जहाज डूबने की घटना में मरने वालों की संख्या 65 हुई

बीजिंग : चीन में जहाज डूबने की घटना में मरने वालों की तादाद और ज्यादा बढ़ गयी है. ताजा खबरों के मुताबिक, गोताखोरों द्वारा जहाज के निचले हिस्से को काटकर 39 और शव निकाले जाने के साथ ही, यांग्त्सी नदी में चीनी क्रूज पोत के डूबने की घटना में मरने वालों की संख्या बढकर 65 […]

बीजिंग : चीन में जहाज डूबने की घटना में मरने वालों की तादाद और ज्यादा बढ़ गयी है. ताजा खबरों के मुताबिक, गोताखोरों द्वारा जहाज के निचले हिस्से को काटकर 39 और शव निकाले जाने के साथ ही, यांग्त्सी नदी में चीनी क्रूज पोत के डूबने की घटना में मरने वालों की संख्या बढकर 65 हो गई है. वहीं, 370 से ज्यादा लापता यात्रियों के शोकाकुल परिवारों में देरी के कारण बेचैनी है.
बचावकर्मियों ने डूबे जहाज ईस्टर्न स्टार के तल में 55 सेंटीमीटर लंबा और 60 सेंटीमीटर चौडा एक आयताकार छेद किया है ताकि गोताखोर जल्दी जहाज के अंदर पहुंच सकें.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, बचावकर्मी जहाज को काटना जारी रखेंगे. वहीं गोताखोर अभी भी लापता 370 से ज्यादा लोगों की तलाश के लिए 76 मीटर के जहाज में तलाश कर रहे हैं.
इस दुर्घटना में सिर्फ 14 लोग बचे हैं, जिसमें जहाज का कैप्टन भी शामिल है. 456 लोगों को ले जा रहा यह चार मंजिला जहाज सोमवार को एक भयावह चक्रवात में फंसकर उलट गया था. जहाज में सवार लोगों में अधिकतर चीन के बुजुर्ग लोग थे, जो छुट्टियां मनाने जा रहे थे. यह घटना चीन के दशकों के इतिहास की सबसे भयावह जहाज त्रासदी साबित हो सकती है.
बचावकर्मियों ने आज सुबह तक 39 और शव निकाले, जिसके कारण मृतकों की संख्या बढकर 65 हो गई. चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने बचाव कार्यों की निगरानी के लिए मध्य हुबेई प्रांत की जिआनली काउंटी में घटनास्थल का दौरा किया. लेकिन दुर्घटना से जुडी जानकारी पर कडा नियंत्रण रखा जा रहा है और अधिकारियों ने बचाव कार्यों की प्रगति से जुडी कुछ ही जानकारियां साझा की हैं.
इसी बीच दुर्घटना के बाद से लापता यात्रियों के चिंतित संबंधियों में अशांति फैल गई क्योंकि दुर्घटना को चार दिन बीत चुके हैं. ये लोग जहाज के मलबे वाली जगह जाना चाहते थे.
लगभग 80 परिजन एक बस किराए पर लेकर नानजिंग से जिआनली जाना चाहते थे, जहां जहाज डूबा था. लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया. शंघाई में कुछ दुखी परिवार अपने सवालों का जवाब मांगते हुए अधिकारियों से उलझ भी गए.
हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की खबर के अनुसार, इस बात पर सवाल बने हुए हैं कि डूबने से 10 मिनट पहले जहाज अचानक क्यों मुडा था और क्या दुर्घटना के समय क्षेत्र में आए चक्रवात ने सीधे तौर पर जहाज को अपनी चपेट में ले लिया था ? इस घटना में जीवित बचे जहाज के कैप्टन और प्रमुख इंजीनियर पुलिस हिरासत में हैं.
शंघाई मैरीटाइम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर यू किंघुआ के हवाले से पोस्ट ने कहा, यदि यात्रा का डाटा रिकॉर्डर (जहाज का ब्लैक बॉक्स) दिखाता है कि तूफानी मौसम में कैप्टन ने नियंत्रण खोने के बजाय जहाज को मोडा था (जिसके बाद जहाज तेज हवाओं और लहरों से टकराया), तो यह कहना उचित होगा कि इस त्रासदी की जिम्मेदारी उस पर है.
जहाज की संचालक चोंगकिंग की कंपनी डोंगफांग के निदेशक चेन युआनजियान ने माना कि जहाज की संरचना में कुछ बदलाव किए गए थे.
खबरिया वेबसाइट द पेपर की खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि ऐसा जहाज को जहाजरानी प्रशासन के नए मानकों के अनुरुप लाने के लिए किया गया. जहाज में 405 यात्री, पांच यात्रा गाइड और चालक दल के 46 सदस्य सवार थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें