इस्लामाबाद : पाकिस्तान कल यहां विदेश सचिव स्तर की वार्ता में कई नये विश्वास बहाली के कदमों का प्रस्ताव रख सकता है जिनमें भारत के साथ उसकी सीमा पर तनाव कम करने के लिए 2003 के संघर्ष विराम समझौते को बहाल करना शामिल है. यह बात यहां के एक अखबार में प्रकाशित खबर में कही गयी है. भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर अपनी दक्षेस यात्रा के तहत कल दो दिन के दौरे पर इस्लामाबाद पहुंचेंगे और अनेक मुद्दों पर वार्ता करेंगे.
जयशंकर थिंपू और ढाका के बाद तीसरे गंतव्य के रूप में इस्लामाबाद पहुंचेंगे. वह अफगानिस्तान की यात्रा पर भी जाएंगे. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर में एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कई महीने से चले आ रहे तनाव को खत्म करने की पेशकश करेगा. अधिकारी के मुताबिक, ‘यह प्रस्ताव उन विश्वास बहाली कदमों (सीबीएम) का हिस्सा है जो पाकिस्तान इस्लामाबाद में विदेश सचिव स्तर की बातचीत के दौरान रखना चाहता है.’
अन्य प्रस्तावों में आधिकारिक स्तर पर एक दूसरे के खिलाफ सार्वजनिक बयानबाजी से बचने की समझ विकसित करना भी शामिल है. अधिकारी ने कहा, ‘जब आधिकारिक स्तर पर कडे बयान जारी किये जाते हैं तो माहौल वाकई खराब होता है.’ अधिकारी ने कहा कि एक दूसरे के खिलाफ बयान जारी नहीं करने की सहमति से सुनिश्चित होगा कि दोनों देशों के बीच कूटनीति मीडिया के माध्यम से नहीं की जाए.
इस बीच पिछले हफ्ते वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों ने कहा कि वे पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की बातचीत से किसी आकस्मिक नतीजे की उम्मीद नहीं कर रहे. उनका जोर इस बात पर था कि विदेश सचिव की यात्र ‘दक्षेस देशों’ की यात्रा है और यह ‘पाक यात्रा’ नहीं है. भारत ने सात महीने पहले नयी दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त द्वारा कश्मीरी अलगाववादी नेताओं से बातचीत किये जाने के चलते विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द कर दी थी.