नयी दिल्ली:पिता की प्रेरणा से 21 साल की उम्र में एवरेस्ट फतह करके अनोखा रिकॉर्ड बनानेवाली देहरादून की जुड़वां बहनें ताशी मलिक और नुंगशी मलिक का अगला लक्ष्य 2014 तक सातों महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर भारतीय तिरंगा फहराना है, लेकिन उनकी राह में सबसे बड़ा रोड़ा प्रायोजन की कमी है. ताशी और नुंगशी ने 19 मई को एवरेस्ट पर तिरंगा फहरा कर नया रिकॉर्ड बनाया था.
21 जून 1991 को जन्मीं ताशी और नुंगशी दुनिया की पहली जुड़वां बहनें हैं, जो विश्वकी इस सबसे उंचे शिखर पर सफलतापूर्वक पहुंचने में सफल रही. एवरेस्ट के अलावा वह अफ्रीका की सबसे उंची चोटी माउंट किलिमंजारो भी फतह कर चुकी हैं. उनका लक्ष्य अब ‘सेवन समिट’ का सपना पूरा करना है.
सरकार भी लापरवाह : ताशी ने कहा, ‘पर्वतारोहण काफी खर्चीला खेल है. हम उन कुछेक पर्वतारोहियों में शामिल थीं, जो अपने माता-पिता के पैसों से एवरेस्ट पर पहुंची. इसमें लगभग 45 लाख रुपये का खर्च आया. यदि हमें प्रायोजकों से मदद मिलती है, तो हमारा लक्ष्य सातों महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर पहुंचना है.’ एनआइएम उत्तरकाशी से पर्वतारोहण में ‘ए’ ग्रेड हासिल करनेवाली ये दोनों बहनें पर्वतारोहण और अन्य साहसिक खेलों के प्रति कॉरपोरेट जगत की उदासीनता से निराश हैं. इसके अलावा सरकार भी इसके प्रति सजग नहीं है.