गोपालगंज : शहर का आंबेडकर भवन खचाखच भरा है. भीड़ में बच्चे व अभिभावक भी हैं. सबके चेहरे पर उत्साह है. सबके माथे पर लंबी उड़ान की कल्पनाएं हैं और इनकी कल्पनाओं को बीच–बीच में छोड़ता जोश का रंग. यह नजारा था शहर के आंबेडकर भवन का.
कल तक कई कार्यक्रमों का गवाह बना यह आलीशान भवन गुरुवार को प्रतिभा सम्मान समारोह का गहना बना, जिसका आयोजन प्रभात खबर द्वारा किया गया. बात यहां सम्मान देने और लेने की बात नहीं हो रही थी, बल्कि जिले की धरा में पनपी प्रतिभा को सम्मान के माध्यम से और ऊर्जा भरने का प्रयास किया गया, जो इस वर्ष मैट्रिक तथा इंटर में अपनी प्रतिभा को दिखलाते हुए अपने विद्यालय में प्रथम द्वितीय तथा तृतीय श्रेणी पर रहे.
कार्यक्रम का आगाज दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ. तत्पश्चात डीएम कृष्ण मोहन आचार्य अखिलानंद शास्त्री डॉ जौहर सफियावादी सरीखे कई अधिकारी, संत, समाजसेवी एवं शिक्षाविद संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों में छिपी प्रतिभा की संस्कृति, संस्कार की प्रभुता, मानवता की शिक्षा व सभ्यता और सबकी जुबां से गूंजता शब्द जिले में कभी नहीं है.
काशी की धरती से चल कर कार्यक्रम में आये श्री अखिलानंद शास्त्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में आये प्रतिभावान बच्चों से ही कोई वंदनीय होगा कोई पूजनीय. इन्हीं में राष्ट्र का कल्याण छिपा है. प्रभात खबर ने कार्यक्रम का आयोजन कर जिले की प्रतिभा को एक नयी दिशा देने का कार्य किया है और यह प्रयास मिल कर पत्थर साबित होगा.
सांस्कृतिक कार्यक्रम शिक्षा और संस्कार की लौ जलाने के लिए शिक्षाविदों की बुलंद होती आवाज के बीच मेडल और प्रशस्ति पत्र पाकर न सिर्फ बच्चे उत्साहित थे ,बल्कि उनके साथ आये अभिभावकों पर गौरव और आभा की नयी किरण टपक रही थी.
मन अगराअश्लील, फुलाअश्लील सुमन..
मन अगराअश्लील फुलाअश्लील सुमन, स्वागत स्वागत आंबेडकर भवन में इस स्वागत गान के बोल छुटते ही हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. प्रभात खबर द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में दीप प्रज्वलन के बाद बिहार विकास विद्यालय के छात्राओं द्वारा स्वागत गान की प्रस्तुति की गयी.
बिहार विकास विद्यालय की छात्राओं ने कई गीत एवं भाव नृत्य प्रस्तुत किये. प्रिया, रुचि, दीक्षा प्रज्ञा, गोल्डी और नीतू द्वारा प्रस्तुत किये गये सरस्वती वंदना पर जूही कुमारी का भाव नृत्य देख कर सम्मान समारोह में आये सभी लोग आनंदित हो गये. वहीं देशभक्ति गीत पर प्रगति एवं कंचन द्वारा की गयी नृत्य प्रस्तुति से पूरा हॉल तालियों से गूंजता रहा.
छात्राओं द्वारा शिखक एवं संस्कृति को अपनी प्रतिभा की बदौलत गीत एवं नृत्य में पीरोकर की गयी प्रस्तुति की सराहना सबने की.
राणा रवीश ने प्रस्तुत की आल्हा धुन
जिले के जाने माने शायर और भोजपुरी के लेखक प्रो राणरविश सिंह ने जब गोपालगंज महिला मो आल्हा शैली में प्रस्तुत किया तो दर्शक दंग रह गये. गोपालगंज महिला को गीत के रूप में प्रो जौहर सफियावादी ने पिरोया है कहने के लिए पांडयानी में लिपिबद्ध और अल्हाधुन ने प्रस्तुति राणा रविश की रचना ने लोगों को सिर्फ कर्णप्रिय लगा, बल्कि चंद मिनटों की प्रस्तुति गोपालगंज के इतिहास मे छुपी संस्कृति, सभ्यता, प्रतिभा, धार्मिक एवं बीर गाथा से लोगों को सराबोर कर गया.
प्रस्तुत कर्ता और इस लेखनी के तारीफ सबने तहे दिल से किया जो गोपालगंज की संस्कृति सभ्यता का न गुणगान कर गया बल्कि आने वाली पीढ़ी को उनके कर्तव्यों का पाठ भी पढ़ा गया.
इस कार्यक्रम में प्रयोजक के रूप में बिहार विकास विद्यालय के निदेशक जितेंद्र कुमार, इंपीरियल पब्लिक स्कूल के निदेश संजय कुंवर ,एमएसएस पारा मेडिकल इंस्टीच्यूट के सचिव ,एसएस पब्लिक स्कूल दिघवा दुबौली के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, सिंह एग्रो एजेंसी के राजीव कुमार, बांके बिहारी अभिमन्यु सिंह डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल नागमणी सिंह, सचिव अभिमन्यु सिंह, एसएन पांडेय डिग्री कॉलेज के प्राचार्य राजू चौबे, भोला प्रसाद सिंह, कॉलेज भोरे के प्राचार्य डॉ पुष्पराज गौतम, पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रिसिंपल डॉ अरविंद कुमार द्विवेदी, सेट पॉल स्कूल सासामुसा के प्राचार्य शांति मार्टिन, केंद्रीय विद्यालय थावे के प्राचार्य वीएस मिश्र शामिल हुए.