नयी दिल्ली : अब लिव–इन रिलेशन वाली महिला या अविवाहित महिलाएं भी कॉपर–टी लगवा सकती हैं. उनसे कोई सवाल–जवाब नहीं किया जायेगा. जनसंख्या नियंत्रण को सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल कर लिया गया है. परिवार नियोजन कार्यक्र म को सफल बनाने के लिए डाक्टरों, नर्सो और एएनएम की संख्या में भी बढ़ोत्तरी की जायेगी.
सुरक्षित गर्भपात की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए महानगर की पांच महिला चिकित्सकों को एमटीपी (मेडिकल टर्मिनेशन आफ प्रेग्नेंसी) लाइसेंस जारी किया गया है, लेकिन जल्द ही कई और सेंटरों को भी एमटीपी लाइसेंस जारी किया जायेगा. गर्भधारण से बचने के अस्थायी उपाय कॉपर–टी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए सभी महिला चिकित्सकों और नर्सो को प्रशिक्षित किया जायेगा. सुरक्षित गर्भपात के अभाव में मातृत्व मृत्यु दर में इजाफा हो रहा है, जिसको लेकर शासन गंभीर है. इसके लिए 35 साल तक के पुरु ष और महिलाओं को लक्षित किया गया है.