आसनसोल: देश के 271 सरकारी और गैर सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए आगामी 5 मई को सिंगल एंट्रेंस टेस्ट (नीट) होने जा रहा है. सीबीएसइ द्वारा आयोजित कॉमन एंट्रेंस टेस्ट में एमबीबीएस की 31,000 सीटें भरी जायेंगी. इसमें 10 से 11 लाख स्टूडेंट्स के शामिल होने का अनुमान है. कॉलेजों की 15 फीसदी सीटों पर ऑल इंडिया रैंक और 85 फीसदी सीटें स्टेट रैंक के आधार पर भरी जायेंगी. एग्जाम में एनसीइआरटी से सवाल पूछे जायेंगे. एग्जाम के दो दिन शेष हैं. ऐसे में छात्रों को एक्सपर्ट के सुझावों को ध्यान रखने की जरूरत है.
फिजिक्स : मॉडर्न फिजिक्स से जुड़े प्रश्न सरल और ज्यादा मार्क्स देनेवाले हैं. ऐसे में इसका बेहतर अभ्यास जरूरी है. कैलकुलेशन कम होती है. स्टूडेंट्स आसान से कठिन सवाल की ओर जाएं. हीट और थर्मोडायमेनिक से अधिकतर सवाल पाई ग्राफ पर आधारित होंगे. उष्मीय ऊर्जा के नियम से संबंधित होते हैं. बड़े सवालों में समय जाया न करें. समय मिलने पर ही बड़े सवाल हल करे. ऊष्मा गतिकी, सरलावर्त गति, स्थिर विद्युत, गति के नियम, घूर्णन गतिकी आदि टॉपिक्स से ज्यादा सवाल पूछे जायेंगे. आत्मविश्वास के साथ कैलकुलेशन करें. एग्जाम से पहले कुछ प्रश्न-पत्र हल करके एक अच्छा अभ्यास किया जा सकता है.
केमेस्ट्री : कार्बिनक, अकार्बिनक और भौतिक रसायन से लगभग समान संख्या में प्रश्न पूछे जायेंगे. फिजिकल रसायन में, विद्युत रसायन, बल गतिकी, आयनिक साम्य, पृष्ठ रसायन ऑर्गेनिक में क्रि याविधि, हाइड्रोकार्बन, कार्बेनिक यौगिक, इनऑर्गेनिक में रासायनिक बंध पर विशेष ध्यान दें.
बायोलॉजी, बॉटनी : कीटोजेनेटिक, मॉल्यूकुलर बायोलॉजी, इकोलॉजी, बायो टेक्नोलॉजी, फिजियोलॉजी पर विशेष ध्यान दें. इनमें से 40 से 50 प्रश्न आने की संभावना है. क्लासिफिकेशन में लाइफ साइकल पैटर्न पर ध्यान दें. मोरफोलॉजी और एनाटॉमी के उदाहरण का रिवीजन करें. इकोलॉजी ईजा इकोसिस्टम और पॉल्यूशन से संबंधित टर्मिनलॉजी को याद रखें.
बायोलॉजी, जूलॉजी : बायोलॉजी से 80 परसेंट सवाल अप्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रूप से पूछे जायेंगे. बॉयोटेक्नोलॉजी, ह्यूमन हेल्थ एंड डिजीज, एनिमल टिश्यूज में से ज्यादा सवाल आने की संभावना है. री-प्रोडक्शन, एम्ब्रयोलॉजी, फिजियोलॉजी पार्ट टू: लोकोमोशन, नर्वस सिस्टम, एंडोक्राइन सिस्टम पर विशेष ध्यान दें. एनसीइआरटी की ओर से प्रकाशित एग्जाम्पलर प्रॉब्लम देखें.