वाशिंगटन : भारत, कनाडा और ब्रिटेन जैसे देशों की सेना में सिखों को बडी धार्मिक आजादी मिली हुयी है. इसका जिक्र करते हुए सिखों के हितों की पैरोकारी करने वाले एक समूह ने अमेरिका में समुदाय के सदस्यों के सशस्त्र बलों में शामिल होने की राह में अडचनों को खत्म करने के लिए एक मामला पेश किया है.
सैन्यकर्मियों पर सदन की सशस्त्र सेवा समिति की उपसमिति को एक लिखित प्रतिवेदन में सिख कोएलिशन ने कहा है, अमेरिका की तुलना में कनाडा, भारत और अमेरिका की सेनाओं में सिख कर्मी बडी धार्मिक आजादी की अपेक्षा कर सकते हैं.
वाशिंगटन आधारित समूह ने उपसमिति के सदस्यों से कहा कि ऐसे अधिकारों के नहीं रहने से धार्मिक आजादी पर देश की प्रतिबद्धता खोखली प्रतीत होती है. इस साल जनवरी में रक्षा विभाग ने लोगों की श्रद्धा को देखते हुए सेवा अवसर विस्तारित करने की दिशा में धार्मिक स्थान संबंधी नये निर्देश जारी किये थे.
सिख कोलिशन ने आरोप लगाया है कि इन दिशा-निर्देशों में खामियां है जिससे अपने धर्म के आधार पर सिख अमेरिकी पक्षपात के शिकार होते हैं.