मालदा : कांग्रेस संचालित ग्राम पंचायत के खिलाफ मनरेगा के काम में आर्थिक घोटाले का आरोप लगा है. काम करने के बावजूद श्रमिकों को उनका पारिश्रमिक नहीं मिला है. इसके खिलाफ आज सुबह से ही इंग्लिशबाजार थाना के आनंदीमोहनपुर इलाके में मालदा-मानिकचक राज्य सड़क अवरोध कर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.
सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक सड़क अवरोध कर रखा गया. जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी. बाद में इंग्लिशबाजार थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर स्थानीय लोगों को समझा-बूझाकर अवरोध हटाने में सक्षम हुई. जानकारी के अनुसार इस साल मई महीने में मिल्की इलाके के कालिंद्री नदी के किनारे मिट्टी के सड़क निर्माण के लिए 300 श्रमिकों को नियुक्त किया गया था.
सात दिनों तक काम चला. श्रमिक जब अपना पारिश्रमिक लेने गये तो देखा कि किसी को 34 रुपये, किसी को 38 रुपये तो किसी को 35 रुपये मिला है. जिससे श्रमिकों को गुस्सा फूट पड़ा. श्रमिकों का कहना है कि उन्हें मनरेगा के नियमों के तहत 135 रुपये मजदूरी मिलना चाहिए.
मजदूरों का कहना है कि कांग्रेस संचालित मिल्की ग्राम पंचायत प्रधान समेत पंचायत के विभिन्न सदस्यों ने नकली जॉब कार्ड तैयार कर उनका रुपये हड़प लिये हैं. दोषियों के खिलाफ जांच की मांग करते हुए मजदूरों ने अपने हक के रुपये देने की मांग की.
जबकि इस घटना को लेकर मिल्की ग्राम पंचायत प्रधान तारके मोमिन कुछ कहने से इंकार कर दिया. जिला शासक गोदाला किरण कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.