केंद्र में सरकार बनाने के बाद ये पहला मौका था, जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सभी सांसदों को प्रधानमंत्री ने चाय पार्टी पर बातचीत के लिए बुलाया.
हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की कामयाबी के बाद मोदी ने यह बैठक बुलाई थी.
नरेंद्र मोदी के सहयोगी मंत्रियों ने सांसदों के सामने स्वच्छ भारत योजना और सांसद आदर्श ग्राम योजना से जुड़े प्रजेंटेशन पेश कर इसे कामयाब बनाने में योगदान देने को कहा.
इसके अलावा जन धन योजना, संसद के शीत कालीन सत्र और सरकार की प्राथमिकताओं की भी चर्चा हुई
माना जा रहा है कि महाराष्ट्र की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनज़र ये बैठक बुलाई गई थी.
शिवसेना सांसद भी चाय पार्टी में मौजूद थे. इससे महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन की सरकार बनने की संभावना को मज़बूती मिली है.
बैठक के बाद शिवसेना कोटे से केंद्र में मंत्री अनंत गीते ने कहा कि वे केंद्र में मंत्री बने रहेंगे.
प्राथमिकताओं पर चर्चा
महाराष्ट्र में 122 सीटों वाली भाजपा को बहुमत के लिए 22 विधायकों का समर्थन चाहिए. शिवसेना के 63 विधायक हैं.
विधानसभा चुनाव से पहले 25 साल पुराना यह गठबंधन टूट गया था.
चाय पार्टी के दौरान सरकार में शामिल सभी सहयोगी सांसदों से प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाएं कामयाब बनाने की अपील की गई.
सांसदों को प्रधानमंत्री मोदी के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मौजूदा अध्यक्ष अमित शाह ने भी संबोधित किया.
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