ब्रिटेन में पहाड़े याद रखना बच्चों का खेल नहीं रहा. एक बार बच्चों ने जब यूके के चांसलर जॉर्ज ऑसबर्न से पहाड़ों को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने जवाब देने से ही इनकर कर दिया.
आख़िर ऐसा क्यों होता है, यही जानने की कोशिश की बीबीसी संवाददाता जस्टिन पार्किंसन ने.
पहाड़ों से जुड़े ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनसे राजनेताओं को डर लगता है. दूध के एक बोतल या एक पाव रोटी की क़ीमत पूछने के साथ उन्हें इस बात से भी डर लगता है कि कोई उनके किसी शब्द की स्पेलिंग पूछे या फिर कोई जोड़. ऐसे में उन्हें शर्मनाक ग़लती कर बैठने का डर होता है.
नेताओं के उत्तर
स्काई न्यूज़ पर इंटरव्यू लेने वाले बच्चों में से सात साल के एक बच्चे ने जब जॉर्ज ऑसबर्न से पूछा कि सात गुणा आठ कितना होगा? इस पर जॉर्ज ऑसबर्न ने कहा, ”उन्होंने अपने जीवन में एक नियम बना लिया है कि वो उत्तर नहीं देंगे.”
ए लेबल तक गणित की पढ़ाई करने वाले जॉर्ज ऑसबर्न को 1998 में लेबर स्कूल मंत्री स्टीफ़न बायर्स का उड़ाया गया मज़ाक़ याद आ गया होगा.
उस समय उन्होंने कह दिया था कि सात गुणे बराबर 54 होता है, जबकि सही उत्तर है, 56. उनके इस जवाब पर उस समय उनकी काफ़ी खिल्ली उड़ाई गई थी.
कल्याणकारी संस्था नेशनल न्यूमेरिक के मुख्य कार्यकारी माइक इलीकाक नेताओं के इस उत्तर से ख़ुश नहीं हैं. वो कहते हैं, ”इस तरह की चीज़ें दूसरे देशों में नहीं होंगी. यह गणित को लेकर हमारी सोच को दर्शाती है. अगर यही चीज़ आप फ़्रांस में पूछें, तो यह कुछ ऐसा होगा कि मंत्री पढ़ सकते हैं कि नहीं.”
ग़लत जवाब
बच्चे एक बार जब पहाड़ा पढ़ लेते है तो उनके लिए 12 गुणे 12 का गुणनफल हमेशा 144 ही होगा.
लेकिन यह सभी अंकों के लिए नहीं है. शैक्षणिक क्षेत्र के लिए शोध करने वाली कंपनी फ्लयूरिश के मुताबिक़ अधिकांस बच्चों को छह गुणा आठ का उत्तर बताने में परेशानी होती है.
बेडफ़ोर्डशायर के कैडिंगटन विलेज स्कूल के 62.5 फ़ीसद बच्चों ने इस सवाल का ग़लत जवाब दिया.
फ्लयूरिश के निदेशक माइक स्मिथ कहते हैं, ”बीच के अंकों से जुड़े सवालों से बच्चे परेशानी महसूस करते हैं, जैसे छह. सात, आठ और नौ. यह परेशानी तब और बढ़ जाती है, जब इस तरह के अंकों को उनसे ही गुणा करने के लिए कह दिया जाए. वहीं पांच, दस और 11 जैसे अंकों के साथ गुणा-भाग करना आसान होता है.”
शिक्षा सचिव माइकल गोव चाहते हैं कि इंग्लैंड के सभी बच्चे नौ साल की उम्र में पूरा पहाड़ा याद कर लें.
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