केंद्र सरकार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
एम्स के एक सीनियर फॉरेंसिक डॉक्टर ने सुनंदा पुष्कर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बदलने के लिए दबाव डाले जाने का कथित तौर पर अरोप लागाया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा, "मेरे स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद एम्स के डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने अपने प्रमोशन के सिलसिले में हमारे विभाग को एक पत्र लिखा था. लेकिन टीवी चैनलों में मंगलवार को कहा गया कि उन्होंने एक पत्र में कुछ विशेष आरोप लगाए हैं. उसके बाद मैंने एम्स के निदेशक से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है."
इस बीच, शशि थरूर ने बयान जारी करके कहा, "मैंने शुरू से ही पूरी जाँच निष्पक्ष और तेज़ी से करने का अनुरोध किया है. पुष्कर परिवार की भी यही राय है और हमने हमेशा ही अधिकारियों के साथ पूरी तरह सहयोग किया है."
एम्स अस्पताल ने एक प्रेस वार्ता के ज़रिए अपना पक्ष रखते हुए कहा है, ”एम्स अस्पताल ने डॉक्टर सुधीर गुप्ता पर रिपोर्ट को बदलने का कोई दबाव नहीं डाला. उनके पिछले रिकॉर्ड को लेकर भी एम्स ने उनके खिलाफ़ कोई जांच नहीं शुरु की है.”
इस बीच, दिल्ली के पुलिस कमिश्नर भीम सेन बस्सी ने कहा है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और पूछताछ के लिए डॉक्टर गुप्ता को बुलाया जा सकता है.
नया मोड़
डॉक्टर गुप्ता के आरोपों के बाद सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है.
दिल्ली में एक पांच सितारा होटल में 57 वर्षीय सुनंदा पुष्कर 17 जनवरी को अपने कमरे में मृत पाई गई थीं.
इससे एक दिन पहले उनकी पाकिस्तान की पत्रकार मेहर तरार से शशि थरूर के साथ कथित संबंधों को लेकर ट्विटर पर तक़रार हुई थी.
डॉक्टर गुप्ता ने इस मामले में किसी टिप्पणी से इनकार किया और कहा, ”यह एक गंभीर मामला है और जो कुछ कहना था मैं सक्षम अधिकारियों के समक्ष कह चुका हूँ.”
सुनंदा की ऑटोप्सी रिपोर्ट में एक दर्जन चोटों के निशानों का ज़िक्र किया गया है. उनके गाल पर ख़रोंच और बाईं हथेली पर दांत के काटने का निशान मिला था.
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