अगर आप रात में काम करते हैं तो सावधान हो जाइए. आपको डायबिटीज होने का खतरा हो सकता है.
एक नए शोध में यह दावा किया गया है. शोध के मुताबिक रात में काम करने से रक्त में ग्लूकोज का स्तर अनियमित हो जाता है, जिससे टाइप टू डायबिटीज होने की आशंका बढ़ जाती है.
इस तरह की बीमारी में रक्त में ग्लूकोज की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है. ऐसे मरीजों में मोटापा, आंखें खराब होने, किडनी फेल होने और मस्तिष्क व दिल के दौरे जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
परीक्षण के दौरान पाया गया कि दिन में काम करने वालों के बजाय नाइट शिफ्ट में काम करने वालों में ग्लूकोज का स्तर 16 फीसदी बढ़ गया.
बोस्टन में वीमेंस हॉस्पिटल एंड हार्वर्ड मेडिकल स्कूल और ब्रिघम के मेडिकल क्रोनोबायोलॉजी प्रोग्राम ऑफ द डिवीजन ऑफ स्लीप मेडिसिन के शोधकर्ता क्रिस्टोफर मॉरिस के मुताबिक, ‘एक रात भी काम करना ग्लूकोज के स्तर को अनियमित कर देता है. नाइट शिफ्ट में लंबे समय तक काम करने से टाइप टू डायबिटीज की संभावना बढ़ जाती है.’
शोध के लिए 13 स्वस्थ लोगों पर परीक्षण किया गया. शोध के अनुसार, रात में काम करने वाले तकरीबन 86 लाख अमेरिकी टाइप टू डायबिटीज से पीड़ित हैं. यह शोध जर्नल स्लीप में प्रकाशित हुआ है.