केंद्रीय गृह मंत्रालय बांग्लादेशी नागरिकों को देश में आने पर सीधे वीज़ा देने पर राज़ी नहीं है.
दरअसल विदेश मंत्रालय ने इससे जुड़ा प्रस्ताव गृह मंत्रालय को भेजा था, मगर गृह मंत्रालय ने उसे ख़ारिज कर दिया.
ये सुविधा वीज़ा ऑन अराइवल कही जाती है. प्रस्ताव ये भी था कि 18 साल से कम और 65 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को वीजा मुक्त प्रवेश दिया जाए.
मगर विदेश मंत्रालय की तरफ़ से भेजा गया प्रस्ताव गृह मंत्रालय को नहीं भाया.
पर्यटक वीज़ा
हालांकि गृह मंत्रालय ने 18 साल से कम और 65 साल से अधिक उम्र के बांग्लादेशी नागरिकों को लंबी अवधि वाले मल्टीपल इंट्री टूरिस्ट वीजा देने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया.
इसके तहत पर्यटन के लिए एक से अधिक बार भारत में प्रवेश की सुविधा उन लोगों को मिलेगी.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 25 जून से तीन दिन के बांग्लादेश दौरे पर जाने वाली हैं. उससे ठीक पहले इस तरह का फ़ैसला हुआ है.
असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कुछ दिन पहले कहा था कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बांग्लादेशी नागरिकों के निश्चित आयु वर्ग को भारत में वीजा मुक्त प्रवेश देने पर विचार कर रही है. लेकिन राज्य सरकार इसका विरोध करती है.
इस समय बांग्लादेश के नागरिकों को एक साल के लिए पर्यटक वीज़ा दिया जाता है, जिसमें वे कई बार भारत आ सकते हैं.
फ़िलहाल भारत ने करीब 11 देशों को आगमन पर पर्यटक वीज़ा देने की योजना में शामिल किया है.
ये देश हैं फ़िनलैंड, जापान, लक्जमबर्ग, न्यूज़ीलैंड, सिंगापुर, कंबोडिया, वियतनाम, फिलीपींस, लाओस, म्यांमार और इंडोनेशिया. इसके अलावा पाकिस्तान के 65 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को 45 दिन के लिए ‘आगमन पर वीज़ा’ की सुविधा दी जाती है.
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