बीजिंग: चीन के सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने सीमा विवाद को लेकर भारत को एक बार फिर आंख दिखाने का काम किया है. उसने कहा है कि भारत भूटान की ओर से दावे करने का हकदार नहीं है. यह टिप्पणी करते हुए एक सरकारी समाचार एजेंसी ने जोर दिया कि सिक्किम सेक्टर में दोकलाम क्षेत्र चीन से जुड़ा है, जहां पर भारतीय और चीनी सैनिकों का आमना-सामना हुआ. चीनी क्षेत्र पर चीन के साथ तीन सप्ताह से जारी गतिरोध के बीच शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने टिप्पणी में कहा है कि भारत को घुसपैठ करने वाले अपने सैनिकों को तुरंत वापस करना चाहिए.
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यह टिप्पणी संयोग से जर्मनी के हेमबर्ग में जी-20 की बैठक के समय हुर्इ है, जिसमें चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में दूसरी बार शिन्हुआ की कमेंटरी में कहा गया है कि चीनी सीमा में सिक्किम खंड पार करने और चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के दोकलाम इलाके में नियमित सड़क निर्माण बाधित करने वाले भारतीय सीमा रक्षकों की वजह से तकरार हुआ. शिन्हुआ ने कहा है कि दोकलाम में विवाद पैदा कर भारत, चीन और भूटान के बीच सीमा वार्ता को बाधित करना चाहता है और इलाके में अपना ‘परोक्ष हित’ साधना चाहता है.
टिप्पणी में कहा गया है कि डोकलाम चीन के प्रभावशाली अधिकारक्षेत्र के तहत है. भूटान और चीन दोनों के बीच संचालन शर्तों और अपने सीमाई क्षेत्रों के सीमांकन पर बुनियादी सहमति है. इसमें कहा गया है कि और भारत को चीन भूटान सीमा मुद्दों में दखल करने का हक नहीं है आैर न ही भूटान की ओर से वह क्षेत्रीय दावा करने का हकदार है. टिप्पणी में कहा गया है कि भारत के मौजूदा कदम से केवल चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन ही नहीं हुआ है, बल्कि दुनिया के सबसे छोटे देशों में एक भूटान की आजादी का भी हनन हुआ है, जिसका भारत के साथ करीबी संबंध है.