Surya ka kanya Rashi me Gochar 2021: सूर्य 17 सितंबर 2021 को दोपहर 1 बजकर 2 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करेंगे. यह गोचर सभी 12 राशियों के जातकों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करेगा. साथ ही इसका प्रभाव पूरी दुनिया में व्यापक स्तर पर देखा जाएगा. सूर्य वर्तमान समय में सिंह राशि में गोचर कर रहे है. वहीं 17 सितंबर से सूर्य ग्रह कन्या राशि में गोचर करेंगे. इसके बाद अगले 30 दिनों के लिए सूर्य कन्या राशि में विराजमान रहेंगे. सिंह राशि सूर्य की अपनी राशि होने के कारण यहां सूर्य शुभता देते हैं. जबकि कन्या राशि में गोचर करने पर सूर्य पर राहु की दृष्टि पड़ेगी. जिसके कारण सूर्य को पितृ दोष लगेगा.
जिनकी भी जन्म कुंडली में सूर्य को पितृ दोष लगा हुआ है, सूर्य नीच राशि का है, उनको कन्या राशि के सूर्य गोचर के दौरान नौकरी में समस्या, सामाजिक मानहानि, प्रतिष्ठा की कमी, पिता पुत्र से विवाद की सम्भावना रहेगी. लेकिन ज्योतिष के अनुसार, कोई भी ग्रह जिस भाव में गोचर करता है वहां सिर्फ भाव की प्रकृति, भावेश से मित्रता या शत्रुता संबंध को देख कर और अपने कारक तत्वों के अनुसार फल देता है.
जानकारी के लिए बता दें कि सूर्य पिता पुत्र और सरकार से सुख, रोग प्रतिरोधक क्षमता, बोस और बड़े अधिकारियों की तरफ से सुख और सहयोग ,प्रतिष्ठा का कारक है. सूर्य का गोचर चंद्र कुण्डली के 1, 3, 5, 6, 8, 10, 11वे भाव में शुभता देता है, जबकि अन्य भाव में सूर्य का गोचर कष्टकारी होता है. ज्योतिष के अनुसार सूर्य के शुभ प्रभाव के रूप में पिता पुत्र के सुख में वृद्धि, सरकार से लाभ, नौकरी में तरक्की और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है. जबकि सूर्य के अशुभ प्रभाव के रूप में पिता पुत्र में आपसी वैर विरोध, सरकार से दण्ड का सामना करना पड़ता है.
सूर्य के राशि परिवर्तन से विभिन्न राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव
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सूर्य का कन्या राशि में गोचर मेष, कर्क, वृश्चिक और धनु राशि वालों के लिए बेहद शुभ रहेगा. इन राशि वालों लोगों को अगले 30 दिनों में काफी तरक्की होगी.
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सूर्य का गोचर तुला, मकर और कुंभ राशि के लिए अशुभ रहेगा. इन लोगों को इस दौरान सतर्क रहने की जरूरत है. इन जातक को अगले 30 दिनों तक विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. सूर्य का गोचर तुला, मकर और कुंभ राशि के लिए कष्टकारी होगा.
सूर्य के अशुभ प्रभावों को कम करने का सबसे अच्छा और आसान उपाय सुबह स्नान कर जल अर्पित करना माना जाता है. इसके लिए एक साफ तांबे के बर्तन में थोड़ा सा गंगाजल लेकर उसमें लाल चंदन, अक्षत, लाल फूल आदि डाल दें और उससे रोज सुबह भगवान सूर्य को अर्पित करें. ऐसा माना जाता है कि आदित्य हृदय स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करना भगवान सूर्य की प्रसन्नता हासिल करने के लिए सबसे अत्यधिक फायदेमंद होता है. क्योंकि इससे सूर्य के नकारात्मक प्रभाव को समाप्त किया जा सकता है.
सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन गेहूं, गुड़, तांबा, लाल फूल आदि वस्तुओं का दान करें. साथ ही रविवार के शुक्ल पक्ष में सोने में जड़ित माणिक को अनामिका अंगुली में धारण करें. इसके अलावा, आप सूर्य के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष या 12 मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते हैं. हालांकि इसे पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेना सबसे जरूरी है.
सूर्य देव की कृपा पाने के लिए रोज सुबह भगवान श्री राम और भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा करें. ऐसा करने से आपको सूर्य के अनुकूल परिणाम अवश्य मिलेगा. अपनी कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए सूर्य यंत्र को पूजा स्थल पर या घर की उत्तर पूर्व दिशा में स्थापित करें. भगवान सूर्य को सप्ताह में रविवार का दिन समर्पित होता है ऐसे में आप उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए इस दिन व्रत का पालन करें तो आपको शुभ परिणाम हासिल होंगे.
संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ
मोबाइल नंबर- 8080426594-9545290847
Posted by: Radheshyam Kushwaha