पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा की ओर से 2019 के लोकसभा चुनाव की यह कवायद है. एक तरह से कहा जाए तो भाजपा ने अगले लोकसभा चुनाव का प्रचार शुरु कर दिया है. लोकसभा के साथ भाजपा की नजर आगामी बंगाल विधान सभा चुनाव पर भी है. बंगाल में पैर जमाने की राह में तृणमूल कांग्रेस रोड़ा है.
भाजपा का मानना है कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस व वामपंथियो की पकड़ ढीली पड़ गयी है. लोकसभा व राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा की टक्कर सीधे तृणमूल कांग्रेस से होगी. सिंगुर के जिस किसान आंदोलन की वजह से ममता बनर्जी सत्ता तक पहुंची आज वही किसान तृणमूल के विरोध में हैं. पूरे राज्य के गरीब किसान व चाय श्रमिक तृणमूल के खिलाफ आंदोलन के लिये सड़कों पर उतरने लगे हैं. राज्य में तृणमूल के खिलाफ जो स्थिति उत्पन्न हो रही है भाजपा उसी का फायदा उठाने के फिराक में है.
इधर,पार्टी के प्रवक्ता रजत मुखर्जी ने बताया है कि विजयवर्गीय रविवार की सुबह सबसे पहले सेवक रोड स्थित पंचायत भवन में सिलीगुड़ी जिला भाजपा कमिटी के साथ एक बैठक करेगें. इसके बाद सिलीगुड़ी व आस-पास के बूथ लेवल कमिटी के साथ भी बैठक करने की योजना है. वह हिल भाजपा नेताओं के साथ भी बैठक करेंगे. माना जा रहा है कि सिलीगुड़ी में आयोजित इस बैठक में कई अहम निर्णय लिये जा सकते हैं. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोकसभा से अधिक आगामी राज्य विधानसभा चुनाव पर जोर दिया जा रहा है. अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा अपनी जीत तय मान रही है.उसके बाद भी पश्चिम बंगाल में पैर जमाना भाजपा के लिये आसान नहीं है. राज्य के प्रत्येक जिला व बूथ लेवल नेताओं से बैठक करने के बाद राज्य विधानसभा चुनाव के लिये भाजपा अपनी रणनीति तैयार करेगी.