पति और ससुराल वालों का अपनाने से इंकार
थाने में भी दर्ज नहीं की गयी शिकायत
महिला अधिकारी ने पीड़िता को बैरंग लौटाया
पुलिस अधीक्षक से लगायी न्याय की गुहार
मालदा. बेटी जन्म देने पर एक वधू को घर से निकाल-बाहर करने का एक मामला सामने आया है. आरोप पति एवं ससुराल वालों लगा है. इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराने पहुंची पीड़िता की बात थाने में नहीं सुनी गयी. आरोप है कि एक महिला पुलिस अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज ना कर पति को छोड़ने की सलाह दी. उसके बाद न्याय की गुहार लेकर वधू मौसमी बसाक (25) जिला पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची. मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता मानिकचक थाना अंतर्गत मोहना गांव की रहने वाली है. करीब दो वर्ष पहले उसकी शादी इंगलिश बाजार थाना अंतर्गत बंगालटोला निवासी प्रदीप बसाक के साथ हुयी. हाल ही में मौसमी ने एक बच्ची को जन्म दिया है.
बच्ची के जन्म के बाद से ही पति व ससुराल वाले उसको परेशान करने लगे. उसे ससुराल में प्रवेश नहीं करने दिया गया है. बच्ची के जन्म के बाद से वह अपने पिता के घर में ही रह रही है. बुधवार को मौसमी ने इंगलिश बाजार महिला थाने में पति सहित ससुराल वालों के खिलाफ लिखित प्राथमिकी लेकर पहुंची थी. आरोप है कि महिला पुलिस अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज करने के साफ इंकार कर वापस लौटा दिया. साथ ही उसे पति को छोड़ने की सलाह भी दी. इसके बाद पीड़िता जिला पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंची.
मौसमी बसाक ने महिला पुलिस अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इंगलिश बाजार महिला थाने की अधिकारी भानूमति रजक ने मेरी बात सुनकर पति को छोड़ने की सलाह दी. मैं अपने ससुराल वालो की ज्यादती की शिकायत लेकर थाने पहुंची थी. पति सहित ससुराल वाले मेरी बेटी को अपनाना नहीं चाहते हैं. दूसरी ओर इंगलिश बाजार महिला थाने की उस अधिकारी ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. जिला पुलिस अधीक्षक अर्णव घोष ने बताया कि पूरे मामले को लेकर जांच शुरु कर दी गयी है.