हरेक पुस्तकालय को नयी किताबें खरीदने के लिए 79 हजार रुपये दिये गये हैं. इतना ही नहीं, पुस्तकालयों को अत्याधुनिक रूप देकर उसका कायाकल्प कैसे हो, इस पर कर्मचारियों की राय भी ली जायेगी. आठ अप्रैल को सभी कर्मचारियों की एक बैठक भी बुलायी गई है. इन लोगों को लेकर एक कार्यशाला का भी आयोजन किया जायेगा.
ऐसी परिस्थिति में जिला प्रशासन ने पुस्तकालयों के कायाकल्प की पहल की है. एडीएम डॉ अमन कांति राय ने कहा है कि फिलहाल नयी किताबें खरीदने के लिए पुस्तकालयों को पैसे दिये गये हैं. इसके साथ ही कर्मचारियों को भी विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जायेगा. इस संबंध में बंगीय साधारण ग्रंथागार एवं कल्याण समिति के जिला कमेटी के सचिव तथा स्थानीय पुस्तकालय के सदस्य गोविंद सरकार ने जिला प्रशासन के इस पहल की सराहना की है. उन्होंने पुस्तकालय कर्मचारियों की समस्या पर भी ध्यान देने की अपील जिला प्रशासन से की है.