जिला भाजपा के इस कदम को प्रदेश भाजपा का भी समर्थन है. इसके अतिरिक्त अप्रैल के प्रथम सप्ताह में गौड़बंग विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ आरोपों की पोटली लेकर भाजपा राज्य विश्वविद्यालयों के चांसलर सह राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के दरबार में जायेगी. इधर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सभी आरोपों को खारिज किया है.
जिला भाजपा के महासचिव मानवेंद्र चक्रवर्ती ने बताया कि हाल ही में स्नातक तृतीय वर्ष की परीक्षा समाप्त हुई है. परीक्षा केंद्रों पर निगरानी रखने के लिए गौड़बंग विश्वविद्यालय के अधीन कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे. श्री चक्रवर्ती ने कहा कि सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी का विरोध भाजपा नहीं कर रही है, बल्कि रातोंरात 15 लाख रुपये खर्च कर सीसीटीवी लगाने वाली बात से घोटाले की बू आ रही है.
जिला भाजपा अध्यक्ष सुब्रत कुंडू ने बताया कि बीते 16 मार्च को विश्वविद्यालय में दूसरा दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ था. इसके दूसरे दिन विश्वविद्यालय बंद था. लेकिन उसी दिन इ-टेंडर के माध्यम से 24 घंटे के भीतर कॉलेजों में वेब कैम लगाने का निर्देश दिया गया. इतनी जल्दबाजी और गोपनीयता रखने की वजह से ही प्रश्न उठ रहे हैं. श्री कुंडू का आरोप है कि गौड़बंग विश्वविद्यालय दिन-पर-दिन घोटाले का अखाड़ा बनता जा रहा है. रूसा के रुपयों के खर्च से लेकर कर्मचारी नियुक्ति, रातोंरात वेब कैम लगाना किसी बड़े आर्थिक घोटाले की ओर इशारा कर रहा है. प्रदेश भाजपा सचिव प्रताप बनर्जी ने कहा कि विश्वविद्यालय के कई घोटाले भाजपा की नजर में आये हैं. अप्रैल के प्रथम सप्ताह में प्रदेश भाजपा का एक प्रतिनिधि दल राज्यपाल से इस संबंध में मुलाकात करेगा.
विश्वविद्यालय के प्रभारी परीक्षा नियामक सनातन दास ने बताया कि आरटीआइ के मार्फत एक पत्र मिला है. समय पर पत्र का जवाब दिया जायेगा. लेकिन घोटाले का जो आरोप लगाया जा रहा है, वह उचित नहीं है. रूसा से लेकर वेब कैम तक सब कुछ निमय के अनुसार ही किया गया है.