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परीक्षा में नकल करने वालों की खैर नहीं

मालदा. नकल और परीक्षा केंद्र में अन्य गड़बड़ियों को रोकने के लिए इस बार गौड़ बंग विश्वविद्यालय के अधीन कालेजों में स्नातक स्तर की परीक्षा में इ-मॉनिटरिंग व्यवस्था शुरू की जा रही है. निर्वाचन कमीशन द्वारा की जाने वाली वेबकास्टिंग की तर्ज पर विश्वविद्यालय भी व्यवस्था शुरू कर रहा है. इसके तहत 14 मार्च से […]

मालदा. नकल और परीक्षा केंद्र में अन्य गड़बड़ियों को रोकने के लिए इस बार गौड़ बंग विश्वविद्यालय के अधीन कालेजों में स्नातक स्तर की परीक्षा में इ-मॉनिटरिंग व्यवस्था शुरू की जा रही है. निर्वाचन कमीशन द्वारा की जाने वाली वेबकास्टिंग की तर्ज पर विश्वविद्यालय भी व्यवस्था शुरू कर रहा है. इसके तहत 14 मार्च से शुरू होने वाली स्नातक स्तर की पार्ट-3 परीक्षा में सभी केंद्रों पर सीसीटीवी और वेब कैमरे के माध्यम से केन्द्रीयकृत ढंग से विश्वविद्यालय परीक्षा नियामक विभाग नजरदारी रखेगा. विश्वविद्यालय प्रबंधन का दावा है कि राज्य की किसी भी विश्वविद्यालय में यह अपनी तरके की पहली व्यवस्था है.
विश्वविद्यालय सूत्रों ने बताया कि गौड़ बंग विश्वविद्यालय के अधीन 25 साधारण डिग्री कालेजों में से 20 कालेजों में स्नातक स्तर की पार्ट-3 की परीक्षा ली जायेगी. 14 मार्च से शुरू होने वाली परीक्षा 15 दिन चलेगी. इसमें करीब 20 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे. इन परीक्षा केंद्रों पर व्यापक रूप से नजर रखने के लिए सभी केंद्रों के कम से कम 12 कक्षों में सीसीटीवी या फिर वेब कैमरा लगाया जायेगा. ये कैमरे एक केंद्रीय सर्वर के माध्यम से गौड़ बंग विश्वविद्यालय के परीक्षा नियामक दफ्तर से जुड़े रहेंगे. जहां स्मार्ट टेलीविजन की ज्वाइंट स्क्रीन पर परीक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जायेगी.

विश्वविद्यालय परीक्षा समूह विभाग के प्रभारी नियामक अध्यापक सनातन दास ने बताया कि पूरी व्यवस्था को प्रायोगिक तौर पर शुरू किया जा रहा है. अगर यह व्यवस्था सफल रही तो आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय की अन्य परीक्षाओं में भी ई-मॉनिटरिंग की जायेगी. सनातन दास ने बताया कि यह व्यवस्था चालू करने में 12 से 15 लाख रुपये का खर्च आयेगा. ई-टेंडर के माध्यम से भाड़े पर सीसीटीवी और वेब कैमरा लेकर परीक्षा केंद्रों में लगाये जायेंगे. गौड़ बंग विश्वविद्यालय के परीक्षा नियामक विभाग के सूत्रों ने बताया कि इस व्यवस्था के माध्यम से परीक्षार्थियों के साथ-साथ इनविजिलेटरों और कालेज के माहौल पर नजर रखी जायेगी. सनातन दास ने बताया कि ई-मॉनिटरिंग व्यवस्था चालू होने के बाद हर कॉलेज में विजिलेंस टीम भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी. साथ ही अलग से डिस्ट्रिक्ट क्वार्डिनेटर रखने की भी जरूरत नहीं होगी. इससे जो बचत होगी, उसी खर्च से सीसीटीवी और वेब कैमरा लगाने की व्यवस्था हो जायेगी.

परीक्षार्थियों ने परीक्षा के लिए जो टेस्ट दी है, उसी से सारा खर्च निकल जायेगा.
गौड़ बंग विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर गोपालचन्द्र मिश्र ने बताया कि ई-मॉनिटरिंग चालू करने वाला गौड़ बंग विश्वविद्यालय राज्य का पहला विश्वविद्यालय होगा. इससे पहले यह व्यवस्था केवल यूपीएससी और ज्वाइंट इंट्रेंस परीक्षा में शुरू हुई है. उन्होंने इस प्रयास के लिए परीक्षा नियामक सनातन दास को धन्यवाद दिया है.

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