इस बैठक में दार्जिलिंग, कर्सियांग, कालिम्पोंग, मिरिक और तराई डुवार्स के युमो नेता उपस्थित थे. करीब दो घंटे तक चली इस बैठक के बाद दार्जिलिंग प्रेस गिल्ड में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भाजपा गठबंधन धर्म का पालन करते हुए अलग राज्य गोरखालैंड के लिए काम करे. उन्होंने आगे कहा कि यदि भाजपा ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया तो उनके विरोध में युमो सड़क पर उतरेगी.
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए मोरचा के नेतागण और युमो के प्रतिनिधि और गोरखालैंड वेलफेयर एसोसिएशन दिल्ली जाकर गोरखालैंड के पक्ष में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही श्री गुरूंग ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह आदि से भी मुलाकात करने की योजना बनायी गई है.