ऐसे में बेहतर परिसेवा देना है, तो निगम बनाये बिना काम नहीं चलेगा. नगर निकाय कानून के मुताबिक, निगम बनाने के लिए आबादी पांच लाख से ऊपर होनी चाहिए. इंगलिशबाजार नगरपालिका के कुल 29 वार्डों की आबादी अभी करीब ढाई लाख है. वहीं ओल्ड मालदा नगरपालिका क्षेत्र की जनसंख्या करीब एक लाख है. दोनों की संयुक्त आबादी पांच लाख से कम है. इसलिए आसपास की ग्राम पंचायतों को शामिल कर नगर निगम बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा गया है.
नगरपालिका सूत्रों ने बताया कि जिन नये इलाकों को शामिल किया जाना है, वे हैं साहापुर, जदुपुर 1 व 2 और कोतवाली ग्राम पंचायत. दो नगरपालिकाओं और इन चार ग्राम पंचायतों को साथ मिलाने से आबादी पांच लाख के ऊपर पहुंच जायेगी. इस बीच मालदा में डिवीजनल कमिश्नर का दफ्तर भी शुरू हो गया है. इसके बाद से निगम बनाने की मांग ने और जोर पकड़ लिया है.
इस संबंध में इंगलिशबाजार नगरपालिका के नये चेयरमैन निहार घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने मैंने कई प्रस्ताव रखे हैं. इसमें मालदा को नगर निगम बनाने का प्रस्ताव भी है. इसके अलावा डिवीजनल ऑफिस चालू होने के बाद अब पुलिस कमिश्नरेट ऑफिस चालू होने की भी संभावना है. मालदा की दो नगरपालिकाओं और आसपास की ग्राम पंचायतों को मिलाकर नगर निगम बनाने को लेकर प्रशासनिक और राजनैतिक स्तर पर निर्णय लिया गया है. अब इस पर राज्य सरकार को निर्णय लेना है. उसके निर्णय का हमलोगों को इंतजार है.