इसी संदर्भ में क्रामाकपा के केन्द्रीय प्रवक्ता गोविन्द छेत्री ने कहा जीटीए समझौते में राज्य सरकार,केन्द्र सरकार और मोरचा ने दार्जिलिंग पार्वतीय क्षेत्र में तीन स्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सहमति दी है. अब इसका पालन नहीं हो रहा है. अब सभी पक्ष त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से कतरा रहे हैं.यदि इसमें कोइ परेशानी हौ तो जीटीए समझौते में इसका उल्लेख ही नहीं होना चाहिए था.
श्री छेत्री ने आगे कहा कि दार्जिलिंग,कर्सियांग,मिरिक और कालिम्पोंग को महकमा परिषद में परिणत कर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराया जा सकता है.सन 1988 में दार्जिलिंग गोरखा पार्वत्य परिषद का गठन हुआ था. उस दौरान सिलीगुड़ी को महकमा परिषद में परिणत कर वहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराया गया था.