सिलीगुड़ी. 28 जनवरी को होनेवाले छात्र संसद चुनाव को लेकर शुक्रवार को बागडोगरा कॉलेज रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. तणमूल कांग्रेस अनुमोदित छात्र संगठन तणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी), स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) समर्थक छात्रों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस दौरान हुई पत्थरबाजी में दर्जनों छात्रों के जख्मी होने की पुष्टी हुई है. इनमें से एसएफआइ कमेटी के सदस्य छात्र सुबल साहा की हालत नाजुक है. जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है.
टीएमसीपी पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाते हुए एसएफआइ और एबीवीपी के उग्र छात्रों ने राष्ट्रीय राजमार्ग (हाइवे-34) पर पथावरोध कर घंटों जाम कर दिया. छात्रों के इस जाम में दार्जिलिंग के जिला अधिकारी (डीएम) डॉ अनुराग श्रीवास्तव का काफिला भी फंस गया. प्रदर्शनकारी छात्रों ने डॉ श्रीवास्तव को उन्हीं के कार में घंटों बंधक बनाये रखा. बाद में भारी तादाद में पुलिस अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी छात्रों को हाइवे से जबरन हटाया और डीएम को वहां से निकाला. उसके बाद पूरे हाइवे को जाम मुक्त कर दिया.
हाइवे को सामान्य कराने में पुलिस को इस सर्दी के मौसम में भी पसीने छूट गये. विदित हो कि 28 जनवरी को बागडोगरा कॉलेज में कुल 47 सीटों के लिएहोनेवाले छात्र संसद चुनाव को लेकर आज छात्र संगठनों द्वारा नामांकन-पत्र लेने का पहला दिन था. एसएफआइ और एबीवीपी का आरोप है कि टीएमसीपी ने बाहरी गुंडों के बल पर नामांकन-पत्र लेने गये हमारे समर्थकों को जबरन रोकने की कोशिश की. साथ ही पत्थरबाजी कर छात्रों को जख्मी किया गया. एसएफआइ के दार्जिलिंग जिला इकाई के अध्यक्ष सौरभ दास ने टीएमसीपी पर आरोप लगाया कि बाहरी गुंडों को कॉलेज गेट बाहर तैनात कर पुलिस प्रशासन के सामने ही हिंसक तांडव मचाया. और पुलिस मूकदर्शक बनी रही. इसके बावजूद एसएफआइ के 14 सदस्य नामांकन-पत्र लेने में सफल हुए.
श्री दास तृकां चेतावनी देते हुए कहा कि टीमसीपी की कथित गुंडावाहिनी शनिवार को अगर एसएफआइ सदस्यों को नामांकन-पत्र लेने से रोकने की कोशिश की तो उन्हें करारा जवाब दिया जायेगा. वहीं, एबीवीपी के छात्र नेता गणेश कामती ने भी टीएमसीपी पर बाहरी गुंडे के बल पर हिंसक झड़प करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एबीवीपी के कुल पांच सदस्य आज नामांकन-पत्र लेने कॉलेज पहुंचे थे.
लेकिन टीएमसीपी के कथित गुंडों ने एक सदस्य को अटका दिया और चार छात्र नामांकन-पत्र लेने में सफल हुए. वहीं, टीएमसीपी के दार्जिलिंग जिले के अध्यक्ष निर्णय राय उर्फ पोचा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि नामांकन-पत्र लेने की प्रक्रिया पूरी तरह शांतिपूर्ण रही. टीएमसीपी को विरोधी बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. आज टीएमसीपी समर्थकों ने उल्टे विरोधी सदस्यों को भी नामांकन-पत्र लेने में सहायता की. वहीं, सिलीगुड़ी महिला कॉलेज में नामांकन-पत्र लेने की प्रक्रिया शांति पूर्ण रही. यहां 20 सीटों के लिए चुनाव 28 जनवरी को होगा. आज एसएफआइ ने एक, डीएसओ ने दो और टीएमसीपी ने सभी 20 सीटों के लिए नामांकन-पत्र ले लिया.
छात्र संगठनों को डीएम ने दी चेतावनी
छात्र संगठनों को डीएम डॉ अनुराग श्रीवास्तव ने चेतावनी देते हुए कहा है कि छात्र संसद चुनावों के दौरान अगर किसी तरह की भी गड़बड़ी या फिर हिंसक झड़प करते हुए पकड़ाये गये तो चाहे वह किसी भी संगठन का भी क्यों न हो किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा. साथ ही हाइवे या सड़क जाम करनेवालों को भी नहीं छोड़ा जायेगा. टीएमसीपी पर आज हिंसक झड़प किये जाने के शिकायत पर उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा कि लिखित शिकायत करें. मामले की जांच की जायेगी और आरोपियों को सख्त सजा देने का आश्वासन भी दिया.उन्होंने इस मामले को लेकर कॉलेज प्रबंधन से रिपोर्ट भी मांगी है.