राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव मान लिये जाने के बाद मालदा जिले को प्रमुख पर्यटन हब बनाने का रास्ता साफ हो गया है. उन्होंने आगे बताया कि पर्यटन स्थलों पर अच्छी सड़कें बनाने, साज-सज्जा, रोशनी आदि के साथ सुरक्षा व्यवस्था को भी जोरदार बनाने की तैयारी की जा रही है. इसके साथ ही अच्छे शौचालय बनाये जायेंगे और पर्यटकों के मनोरंजन के लिए विभिन्न जलाशयों में वोटिंग की व्यवस्था की जायेगी. श्री द्विवेदी ने आगे कहा कि मालद के महदीपुर स्थित अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्य सीमा सड़क पर दोनों ओर लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए उत्तर बंगाल विकास विभाग की ओर से एक करोड़ 88 लाख रुपये मंजूर किये गये हैं. शीघ्र ही इस पर काम शुरू हो जायेगा. इस सड़क की अपनी एक अलग महत्ता है. यह भारत और बांग्लादेश के बीच वाणिज्य सड़क है. यहां भी पर्यटक आ सकते हैं.
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मालदा के पर्यटन केंद्रों का होगा कायाकल्प
मालदा: जिले के विभिन्न पर्यटन केन्द्रों में ढांचागत सुविधा बढ़ाने पर राज्य सरकार जोर दे रही है. अब तक जिले के कई ऐतिहासिक महत्व वाले पर्यटन केन्द्रों की उपेक्षा हो रही थी. प्राचीन बंगाल की राजधानी गौड़, अदीना तथा पांडुवा देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक मालदा आते हैं. लेकिन यहां ढांचागत सुविधाएं ठीक नहीं […]
मालदा: जिले के विभिन्न पर्यटन केन्द्रों में ढांचागत सुविधा बढ़ाने पर राज्य सरकार जोर दे रही है. अब तक जिले के कई ऐतिहासिक महत्व वाले पर्यटन केन्द्रों की उपेक्षा हो रही थी. प्राचीन बंगाल की राजधानी गौड़, अदीना तथा पांडुवा देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक मालदा आते हैं. लेकिन यहां ढांचागत सुविधाएं ठीक नहीं है. जिसकी वजह से पर्यटकों को परेशानी होती थी. अब इस तरह की समस्या नहीं रहेगी. जिला अधिकारी शरद द्विवेदी ने बताया है कि ढांचागत सुविधाओं के विकास के लिए एक परियोजना बनाकर राज्य सरकार को भेजा गया था. पर्यटन विभाग ने इन परियोजनाओं को हरि झंडी दे दी है. अब विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर पर्यटन विभाग को भेजा जायेगा. उसके बाद आवश्यक धन राशि की मंजूरी पर्यटन विभाग की ओर से मिल जायेगी.
फिर काम शुरू कर दिया जायेगा. श्री द्विवेदी ने आगे कहा कि मालदा जिले के सांस्कृतिक तथा ऐतिहासिक धरोहरों को ध्यान में रखकर एक टूरिस्ट स्पॉट बनाने की योजना है. इसमें गौड़, अदीना, पांडुवा के साथ ही जगजीवनपुर को भी जोड़ा जायेगा. उन्होंने आगे बताया कि इस जिले में जहां प्राचीनतम जहुरातला कालीबाड़ी मंदिर है, वहीं पीरानपीर जैसे दरगाह भी हैं. रामकली भी एक ऐतिहासिक महत्व वाला स्थान है. भारत-बांग्लादेश सीमा के साथ ही गंगानदी भी इस जिले में है. सभी कुछ को मिलाकर मालदा जिले को पर्यटन मानचित्र पर एक प्रमुख पर्यटन केन्द्र के रूप में स्थापित किया जायेगा. उन्होंने आगे कहा कि पर्यटन उद्योग के फलने-फूलने से यहां की अर्थव्यवस्था भी काफी अच्छी होगी.
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