बुधवार को दार्जिलिंग के जिला शासक (डीएम)अनुराग श्रीवास्तव ने स्वयं सिलीगुड़ी के कई निजी अस्पतालों व नर्सिंगहोम का दौरा किया. बुधवार की सुबह जिला शासक का काफिला शहर के कइ निजी अस्पतालों में पहुंचा. उनके साथ सिलीगुड़ी के एसडीओ हरिशंकर पणिक्कर तथा जिला मुख्य स्वास्थ अधिकारी असित विश्वास भी थे. जिला शासक की रेड पड़ने की खबर फैलते ही शहर के निजी अस्पताल व नर्सिंगहोम प्रबंधन के बीच हड़कंप मच गया. शहर के एक निजी अस्पताल पहुंचकर जिला शासक अनुराग श्रीवास्तव ने अस्पताल का ट्रेड लाईसेंस, स्वास्थ विभाग का लाईसेंस, यूएसजी लाईसेंस, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का लाईसेंस, डिलीवरी रिकॉर्ड, ऑब्जरवेशन रजिस्टर, पैथोलोजी रजिस्टर, अल्ट्रासाउंड रिकॉर्ड, आवश्यक जानकारियों की प्रदर्शनी बोर्ड आदि की जांच की गयी.
उल्लेखनीय है कि गर्भ निर्धारण, भ्रूणहत्या कानूनन अपराध है. आरोप है कि सिलीगुड़ी शहर के कइ नर्सिंगहोम यह गोरखधंधा जारी है. ऐसा नहीं है कि इन बातों से पुलिस प्रशासन अनजान है. सबकुछ जान कर भी पुलिस अनभिज्ञ बैठी है. जिला प्रशासन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर के कई अस्पतालों के खिलाफ कुछ शिकायत जिला शासक को मिली थी. उसके बाद अचानक रेड करने की योजना बनाई गयी. जांच के दौरान कई अस्पातलों की काफी खामियां और त्रुटियां सामने आयी.
इसको जल्द दूर करने का निर्देश दिया गया. ऐसा नहीं होने पर कानूनी कार्यवाइ की चेतावनी भी दी गयी.इस संबंध में जिला शासक अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि कई अस्पतालों के खिलाफ विभिन्न प्रकार की शिकायतें जिला प्रशासन को मिली है. उसी के तहत बुधवार को सिलीगुड़ी शहर के कुछ निजी अस्पतालों, नर्सिंगहोम व पैथोलोजी सेंटर के कागजात सहित अस्पताल चलाने की पूरी व्यवस्था की जांच की गयी. चिकित्सा सेवा संबंधी रिकॉर्ड भी देखे गये. कुछ त्रुटियां पायी गयी है. उन्हें जल्द से जल्द ठीक करने का निर्देश दिया गया है. जिला शासक ने बताया कि जिले के सभी निजी अस्पतालों, नर्सिंगहोम व पैथालोजी सेंटरो की जांच की जायेगी.