सोमवार सुबह दिन के करीब दो बजे से एक बाद बाद मारपीट होने की घटना शुरू हुयी.तीनों कॉलेजो में संघर्ष की इस घटना में छात्र परिषद और एसएफआइ तथा टीएमसीपी 12 लोग घायल हो गये हैं.संघर्ष रोकने के प्रयास में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गये.घायलों में से दो की चिकित्सा मालदा मेडिकल कॉलेज में चल रही है जबकि अन्य गाजोल अस्पताल में भरती हैं.
पुलिस व गौड़बंग विश्वविद्यालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार और मंगलवार,दो दिन गौड़बंग विश्वविद्यालय के अधीन मालदा,दक्षिण दिनाजपुर तथा उत्तर दिनाजपुर जिले के कॉलेजों में छात्र संसद चुनाव के लिए नामांकन पत्र लेने की तिथि है.14 जनवरी को चुनाव होना है.संघर्ष की आशंक पुलिस को पहले से ही थी. आखिरकार यह सच हुआ.सुबह नौ बजे से ही विभिन्न कॉलेजों में पुलिस की भारी तैनाती की गयी थी.उसके बाद भी संघर्ष को रोक पाना संभव नहीं हो सका. दोनों पक्षों की ओर से लात घूसे तो चले ही,जमकर पत्थरबाजी भी हुयी.मालदा कॉलेज में संघर्ष की घटना में सुजय बनिक नामक एक तृणमूल समर्थक बुरी तरह से घायल हो गया.उसको जल्दी से मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया.दूसरी तरफ गाजोल कॉलेज में नामांकन पत्र लेने बाद उसे छीन लेने की कोशिश में मारपीट शुरू हो गयी.सूचना मिलते ही विधायक खगेन मुर्मु भी मौके पर पहुंचे. आरोप है कि तृणमूल के लोगों ने उनके साथ भी मारपीट की.
इधर, घायल विधायक खगेन मुर्मु ने आरोप लगाते हुए बताया कि घर गाजल में होने के बाद भी मैं निकटवर्ती विधानसभा क्षेत्र का विधायक हूं. घटना के दिन घर पर ही था. तृणमूल द्वारा छात्र संगठन पर हमला करने की जानकारी मिलने पर घटना स्थल पहुंचे. कॉलेज के बाहर पहुंचते ही तृणमूल के लोगों ने अपमान करना शुरू कर दिया. तृणमूल के लोगों ने धारदार हथियार के साथ हमला भी किया. हमले में घायल भी हो गये. घटना के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. दूसरी तरफ छात्र परिषद के नेता तथा कांग्रेस के विधायक मुस्तकिन आलम ने बताया कि तीनों कॉलेज में सत्ताधारी पार्टी के कर्मचारी, समर्थकों ने छात्र परिषद के सदस्यों पर हमला किया. तृणमूल के लोग अन्य किसी भी राजनीतिक पार्टी के उम्मीदवारों को नामांकन पत्र जमा करने नहीं देना चाहते. इसका विरोध करने पर उन लोगों ने मारपीट शुरू कर दिया. इस घटना को लेकर रथबाड़ी इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग भी जाम किया गया था. आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग पुलिस से की गयी है.
तृणमूल छात्र परिषद के जिलाध्यक्ष प्रसेनजीत दास ने बताया कि गठबंधनसाथी डरा-धमकाकर टीएमसीपी के उम्मीदवारों से नामाकंन पत्र छीनने का प्रयास कर रहे थे. माकपा विधायक स्वयं बाहरी लोगों के साथ कॉलेज पहुंचे थे. विरोध करने पर उन लोगों ने हाथापाई शुरू की. प्रसेनजीत दास ने तृणमूल के खिलाफ सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मामले की पूरी जानकारी पुलिस को दी गयी है. मालदा जिला पुलिस अधीक्षक अर्णव घोष ने बताया कि कॉलेज छात्र संसद चुनाव को लेकर तीन कॉलेजों में ही झमेला हुआ है. पुलिस मामले की जांच की जा रही है.