नोटबंदी और इससे हो रही आम लोगों को परेशानी के खिलाफ बुधवार को सनाउल्लाह मंच में तृणमूल कांग्रेस की एक तैयारी बैठक का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में पार्टी के जिला अध्यक्ष मोअज्जम हुसेन, तृणमूल परिचालित जिला परिषद की अध्यक्ष सरला मुर्मू, पार्षद अम्लान भादुड़ी, चैताली सरकार, प्रसेनजीत दास आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे. इसी बैठक में बाबला सरकार ने उक्त चेतावनी दी.
श्री सरकार ने कहा कि मैं कई जगह देख रहा हूं कि दल नेत्री की तसवीर के साथ लोग अपना नाम इस्तेमाल कर रहे हैं. यह चलने नहीं दिया जायेगा. अगर कोई बैनर या पोस्टर टांगना है, तो इस बारे में पार्टी के जिला अध्यक्ष से अनुमति लेनी होगी. मुख्यमंत्री की तसवीर और पोस्टर पर सिर्फ मुख्यमंत्री का ही नाम रहेगा. यदि ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी स्तर पर कानूनी स्तर पर कार्रवाई की जायेगी.
इस मौके पर जिला परिषद की अध्यक्ष सरला मुर्म ने क्षोभ जाहिर करते हुए कहा कि कोई-कोई पार्टी में नया शामिल होनेवालों के अधिकार को लेकर अवांछित बातें बोल रहा है. तृणमूल सभी के लिए है. यहां नया या पुराना जैसा कुछ नहीं है. इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में कई लोग खुद को अंचल अध्यक्ष के रूप में पेश कर रहे हैं. संगठन में ऐसा नहीं चलता है. तृणमूल में सभी अभी नेता हैं. इसे लेकर पार्टी के अंदर विभेद और मनमुटाव पैदा हो रहा है. हम लोग यह बरदाश्त नहीं करेंगे. जिला अध्यक्ष से मेरा अनुरोध है कि वह विभिन्न अंचलों के अध्यक्ष का पद तय कर दें.
तृणमूल की इस तैयारी बैठक में दल के दो पूर्व मंत्रियों कृष्णेंदु चौधरी और सावित्री मित्र को नहीं देखा गया. बैठक में नहीं आने को लेकर कृष्णेंदु चौधरी ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. वहीं सावित्री मित्र से फोन पर संपर्क करने की कई बार कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने फोन उठाया नहीं.