सिलीगुड़ी. न्यू जलपाइगुड़ी (एनजेपी) में तणमूल कांग्रेस (तृकां) के बीच गुटबाजी थमने का नाम ही नहीं ले रही. तृकां के नेता, कार्यकर्ताओं के बीच बात-बात पर हिंसक संघर्ष अब एनजेपी इलाके में आम बात हो गयी है. ऐसा और एक मामला प्रकाश में आया है. रात के समय देशबंधुपाडा के गोपाल मोड़ से नेताजी मोड़ की ओर जानेवाली एनजेपी के मुख्य सड़क के किनारे बंद पड़े एक आरा (काठ) मिल के मुख्य गेट के पास शराब पी रहे पांच तृकां के नेताओं को जगह से हटने और उनका विरोध करना एनजेपी के तृकां के ट्रेड यूनियन आइएनटीटीयूसी के अध्यक्ष प्रसेनजीत राय के गुट के एक समर्थक गोपाल कुमार को भारी पड़ गया.
आरोप है कि पांचों पियक्कड़ों ने धारदार हथियार और लोहे के रड से गोपाल को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. चीख-चित्कार की आवाज सुनकर जब-तक स्थानीय लोग मौके पर पहुंचते तब-तक सभी फरार हो गये. लोगों ने एनजेपी थाना की पुलिस को सूचित किया. रात में खून से सने और अचेतावस्था में पड़े गोपाल को सिलीगुड़ी अस्पताल में भरती कराया गया. गोपाल के बिगड़ते हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे उत्तर बंगार मेडिकल कॉलेज व अस्पताल स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है. गुरूवार को वह मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में भरती होगा. गोपाल के अनुसार बंद काठ मिल के मुख्य गेट के पास के खाली जगह में वह अपनी इंडिका कार रखता है.
रात को इलाके का ही रहनेवाला एवं तृणमूल युवा कांग्रेस के सिलीगुड़ी इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष अभिषेक दे उर्फ मुन्ना अपने गुट के अन्य चार समर्थकों के साथ उसकी कार के पास ही खुलेआम शराब पी रहा था. उसने इसका विरोध किया. मुन्ना को यह नागवार गुजरा. सबसे पहले मुन्ना ने अपने पद का धौंस दिखाकर चाकू से उसके सिर पर मारा. उसके बाद उसका एक अन्य साथी सपन विश्वास ने रड से उसके सिर पर हमला किया. बाद में पांचों ने उसे बुरी तरह पीटकर लहुलूहान कर दिया. गोपाल ने रात में ही पांचों के विरूद्ध नामजद प्राथमिकी दायर करा दी है. वारदात के 48 घंटे बीत जाने के बावजूद पुलिस अब-तक किसी भी आरोपी को नहीं पकड़ सकी है. पुलिस का कहना है कि सभी आरोपी की गहन तलाश जारी है.