मंगलवार की सुबह प्रीतम के दोनों दोस्तों ने जब जानकारी दी तो लोग नदी की ओर भागे. मंगलवार की सुबह विश्वजीत और इंद्रजीत के सख्ती बरती गयी. उसके बाद दोनों ने बताया कि मछली पकड़ने के बाद सभी नहाने के लिये नदी में उतरे. उसी समय प्रीतम नदी में डूब गया. हादसे के बाद दोनों काफी भयभीत हो गये और चुपचाप घर लौट आये. घटना का खुलासा होने के बाद इसकी जानकारी पुलिस और ब्लॉक प्रशासन को दी गयी. स्थानीय लोग नदी किनारे पहुंचकर प्रीतम को ढूंढ़ने लगे. ब्लॉक कर्मचारियों के आने में देरी को देखकर कई लोग नदी में कूद गये और प्रीतम का शव निकाल लाये. शव देखकर उसकी मां दीपाली मुखर्जी फूट-फूट कर रोने लगी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिये उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज भेज दिया.
अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.मृत प्रीतम की मां दीपाली ने बताया एक वर्ष पहले पिता वैकुंठ मुखर्जी की मौत हो गयी थी. उनके जाने के बाद लोगों के घर में परिचारिका का काम कर वह अपने चार बच्चों का पेट पालती थी. पिता की मौत के बाद अपनी पढ़ाई छोड़कर प्रीतम भी कुछ काम-काज कर आर्थिक उपार्जन करने लगा था. प्रीतम के अलावा उसके दो बेटे और एक बेटी है. उन्होंने बताया कि प्रीतम को नदी में तैरना नहीं आता था. सोमवार की दोपहर मछली मारने की बात कहकर वह अपने दो दोस्तों के साथ घर से निकला था. इस घटना को लेकर पूरे इलाके में शोक है.