यहां बता दे कि इस साल दो फरवरी को मयनागुड़ी ग्रामीण अस्पताल से मुनमुन दास नामक एक महिला की नवजात बच्ची चोरी हो गयी थी.पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद मयनागुड़ी पुलिस ने कूचबिहार के दीनहाटा से बच्ची को बरामद कर लिया. उसके बाद बच्ची को जिले के चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंप दिया गया.तब से लेकर बच्ची चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के ही कब्जे में है.
मां-बाप बच्ची के लिए तरस रहे हैं.मां मूनमून दास ने कहा कि वह बच्ची को पाने की कइ बार कोशिश कर चुकी है. उनका आरोप है कि चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के लोग बच्ची से मिलने तक नहीं देते.वह किसी भी कीमत पर बच्ची को पाना चाहती है.दूसरी तरफ चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की चेयरमैन बेबी उपाध्याय का कहना है कि वहलोग बच्ची को वापस देना चाहती हैं,लेकिन कानूनी जटिलताओं की वजह से ऐसा कर पाना संभव नहीं हो रहा है.बार-बार अनुरोध करने के बाद भी पुलिस ने डीएनए टेस्ट नहीं कराया है.डीएनए टेस्ट रिपोर्ट मिलने के बाद ही बच्ची को सौंप पाना संभव होगा.