सिलीगुड़ी. नोटबंदी के फैसले 25 दिनों बाद भी पूरे देश के साथ ही सिलीगुड़ी में भी नोट के लिए बैंकों और एटीएम में तकरार जारी है. बैंकों और एटीएम के सामने लोगों की लंबी कतार छोटी होने की नाम ही नहीं ले रही. नोट की किल्लत की मार झेल रहे अब परेशान लोगों का गुस्सा अब बैंक कर्मियों पर फूटने लगा है. शनिवार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) की सिलीगुड़ी कोर्ट मोड़ शाखा में परेशान लोगों ने बैंक कर्मियों के साथ जहां जमकर बवाल किया वहीं, यूनियन बैंक की न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) शाखा पर मनमानी का आरोप लगा है.
आरोप है कि बैंक की ज्यादती के वजह से केवल 40 हजार रूपये के लिए एक गरीब युवती की शादी अधर में अटक रही है. इस वजह युवती के पिता के माथे पर बल पड़ गया है. 19 वर्षीय युवती पायल साहा एनजेपी इलाके के अंबिका नगर निवासी निर्मल साहा की लड़की है जो पेशे से सब्जी विक्रेता हैं. बैंक में जमा 40 हजार रूपये अधिकारियों द्वारा देने से इंकार कर दिये जाने के बाद श्री साहा बिटिया के विवाह को लेकर परेशान हो उठे हैं. वहीं मां की भी चिंता काफी बढ़ी हुयी है. श्री साहा का कहना है कि साग-सब्जी की फेरी करके बड़ी मुश्किल से अपना घर संसार चला पाते हैं. जो आये होती है उस में कटौती करके अपनी बिटिया के विवाह के लिए थोड़े-थोड़े करके कुछ पैसे जमा किये. इन पैसों को यूनयिन बैंक में जमा किया. बैंक में कुल 40 हजार रूपये जमा हुए हैं.
बैंक में जमा रूपये के बल पर ही वह अपनी बिटिया का विवाह तय कर चुके हैं.
उनका कहना है कि सरकार ने विवाह के लिए बैंक से रूपये निकालने के लिए जो मापदंड तय किया है उसके आधार पर विवाह निमंत्रण कार्ड, वर-वधु की आवश्यक पहचान पत्र व अन्य जरूरी सभी कागजात बैंक को सौंपने के बावजूद रूपये देने से मना किया जा है. अगर ये रूपये बैंक से नहीं मिले तो वह विवाह की तैयारी नहीं कर पायेंगे. विवाह को लेकर अपने रिश्तेदारों व परिचितों को निमंत्रण भी भेजा जा चुका है.
पानी भरे आंखों और भरभरायी आवाज से श्री साहा ने कहा कि कहीं बिटिया की विवाह नहीं हुआ तो हम समाज में किसी को मुंह दिखाने लायक भी नहीं रहेंगे. विवाह में मात्र कुछ दिन ही शेष बचे हैं.इस महीने की नौ दिसंबर को ही शादी है. इस बाबत बैंक प्रबंधक से संपर्क करने पर बैंक कर्मियों ने किसी जरूरी मीटिंग में व्यस्त होने की बात कहकर मीडिया कर्मियों से बात नहीं की. वहीं, इलाके के ग्राम पंचायत प्रधान तपन सिंह यह सूचना पाते ही पीड़ित परिवार से मिले और इस मामले में खुद हस्तक्षेप कर श्री साहा को उसकी बिटिया का विवाह हर हाल में कराने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि बैंक के साथ वह संपर्क करेंगे और पूरा पैसा निकलवाकर देंगे.