अभी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की उपस्थिति को लेकर अनियमितता का मामला गरमाया हुआ है. राज्य के चिकित्सा शिक्षा निदेशक ने साफ तौर पर बता दिया है कि अनियमितता बरतने वाले डॉक्टरों को वेतन का भुगतान नहीं किया जायेगा. बिना किसी आवश्यक कार्य के और बिना छुट्टी लिये मेडिकल कॉलेज में अनुपस्थित रहनेवालों डॉक्टरों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया जायेगा.
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गलत ढंग से हाजिरी लगवाने वाले डॉक्टरों का वेतन रुकेगा
सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी के निकट कावाखाली स्थित उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को बाहर से भले भी काफी सजा दिया गया हो, लेकिन उसकी अंदरूनी ढांचागत व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. रह-रह कर चिकित्सा व्यवस्था, साफ-सफाई, डॉक्टरों की उपस्थिति, रैगिंग आदि को लेकर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगते रहते हैं. अभी मेडिकल […]
सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी के निकट कावाखाली स्थित उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को बाहर से भले भी काफी सजा दिया गया हो, लेकिन उसकी अंदरूनी ढांचागत व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. रह-रह कर चिकित्सा व्यवस्था, साफ-सफाई, डॉक्टरों की उपस्थिति, रैगिंग आदि को लेकर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगते रहते हैं.
उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी सहित पूरे दार्जिलिंग जिले में डेंगू भयावह रूप धारण कर रहा है. जहां सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में डेंगू पीड़ितों की संख्या 110 के करीब पहुंच चुकी है, वहीं पूरे दार्जिलिंग जिले में डेंगू पीड़ितों की संख्या 140 के करीब पहुंच गयी है. सिलीगुड़ी व जिले के कई निजी अस्पतालों के साथ जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में भी डेंगू मरीज भारी तादाद में भरती हैं. ऐसी परिस्थिति में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को अपनी उपस्थिति शत-प्रतिशत बनाये रखनी चाहिए, लेकिन इसके उलट डॉक्टरों पर उपस्थिति में अनियमितता
बरतने का आरोप लग रहा है.
डॉक्टरों की उपस्थिति को लेकर माकपा छात्र व युवा संगठन की ओर से कई बार परिसर में विरोध प्रदर्शन करने के साथ मेडिकल अधीक्षक को ज्ञापन भी सौंपा गया. लेकिन अब तक इस समस्या का कोई निदान नहीं हुआ है. आरोप है कि डॉक्टर अपनी निजी डिस्पेंसरी चलाते हैं और निजी अस्पतालों में सेवा प्रदान करते हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज के रजिस्टर में भी उपस्थित रहते हैं. बिना सेवा प्रदान किये मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर बिना किसी संकोच के वेतन भी ले रहे हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. गुरुवार को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में पश्चिम बंगाल मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन की चेयरपर्सन चंद्रिमा भट्टाचार्य और मेडिकल एजुकेशन के निदेशक सुशांत बनर्जी ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और मुख्य स्वास्थ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की.
इस बैठक में मेडिकल कॉलेज की साफ-सफाई, चिकित्सा व्यवस्था, डॉक्टरों की उपस्थिति, कर्मचारियों व उपकरणों की कमी आदि समस्याओं को लेकर चर्चा हुई. बैठक के संबंध में पश्चिम बंगाल मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन की चेयरपर्सन चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इस संबंध में राज्य सरकार ही बयान देगी. राज्य के मेडिकल शिक्षा निदेशक सुशांत बनर्जी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के सभी विषयों को लेकर एक समीक्षा बैठक की गयी. सभी समस्यों के निदान को लेकर विस्तृत चर्चा हुई है. आगे इस पर अमल किया जायेगा. डॉक्टरों की उपस्थिति को लेकर अनियमितता बरतने को लेकर श्री बनर्जी ने कहा कि बहुत बार यह आरोप सामने आया है. वह उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज की सभी परिस्थितियों वे अवगत हैं. इस बार उपस्थिति को लेकर अनियमितता बरतने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उनका वेतन रोका जायेगा.
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