यह घटना इंगलिश बाजार थाना अंतर्गत काजीग्राम ग्राम पंचायत के अधीन मानकिपुर गांव की है.घायलों की ओर से बीस लोगों के खिलाफ थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.गुरूवार को पुलिस ने इनमें से पांच आरोपियों को दबोच लिया. तृणमूल ने इस घटना के लिए माकपा समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है.घटना में घायल तृणमूल नेता हिमांशु मंडल ने बताया है कि बुधवार को सरकारी तौर पर प्रतिमा विसर्जन पर रोक होने के बाद भी माकपा के नेता और समर्थक एक क्लब को भड़का कर प्रतिमा का विसर्जन करवा रहे थे.जोर-शोर से डीजे के साथ प्रतिमा विसर्जन के लिए शोभायात्रा निकाली गयी थी.आमलोगों की सुविधा के लिए तृणमूल ने एक शिविर की स्थापना की थी. वहलोग इसी शिविर में बैठे थे. तभी प्रतिमा के विसर्जन की जानकारी उन्हें मिली. श्री मंडल ने आगे कहा कि वहलोग क्लब वालों से मिलने गए और प्रतिमा का विसर्जन नहीं करने के लिए कहा.उसक बाद ही माकपा के लोगों ने हमला कर दिया.कुल 12 लोग घायल हुए हैं.
पुलिस के मौके पर पहुंचने से सभी की जान बच गयी है.दूसरी तरफ माकपा ने इस घटना के लिए तृणमूल को जिम्मेदार ठहराया है. माकपा नेता उपेन्द्र नाथ मंडल का कहना है कि हमारे ही लोगों के साथ मारपीट की गयी.इसमें तीन समर्थक बुरी तरह से घायल हो गये हैं और उनकी चिकित्सा मेडिकल कॉलेज में चल रही है.उन्होंन प्रतिमा विसर्जन की बात से भी इंकार किया. उन्होंने कहा कि सरकारी निर्देशों की उपेक्षा वहलोग क्यों करेंगे.उन्होंने भी पुलिस में इस घटना को लेकर शिकायत दर्ज करायी है.पुलिस अधीक्षक अर्णव घोष ने कहा है कि दो गुटों के बीच संघर्ष की घटना घटी है.दोनों ही ओर से शिकायत दर्ज करायी गयी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है. जो भी दोषी होगा,उसके खिलाफ कार्यवाइ की जायेगी.