कुछ लोगों ने रूपये उठाकर काली मंदिर में दान करने के लिए कहा. वह पैसे उठाकर साइकिल से काली मंदिर की ओर रवाना हुए.कुछ दूर जब वह गए तो बैग पर उनकी नजर पड़ी जो नहीं थी. वह समझ गए कि बदमाश नोट लेकर फरार हो गये हैं.वह सीधे कोतवाली थाना पहुंचे और मामले की शिकायत दर्ज करा दी.दूसरी घटना आधे घंटे बाद ही घटी.जलपाईगुड़ी जिला परिषद से सरकारी रूपये लेकर बैंक में जमा कराने के लिए एक कर्मचारी वाहन से रवाना हुआ.बैग में एक लाख 32 हजार रूपये नगद और करीब तीस हजार रूपये के चेक रखे हुए थे.रास्ते में बाबूपाड़ा मोड़ पर ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी और अपनी दीदी के घर खाने के टिफिन लेने चला गया.
इस दौरान रूपये के बैग के साथ जिला परिषद का कर्मचारी अकेले ही गाड़ी में था.उसी समय एक ब्यक्ति वहां आया और उसने कहा कि गाड़ी के नीचे आपके पैसे हैं. वह जैसे ही पैसे लेने के लिए उतरा वहां कोइ पैसा नहीं था. वह जब गाड़ी में सवार हुआ तो रूपये भरा बैग नदारद था.इस तरह की घटना से खलबली मची हुयी है. पीड़ित शिक्षक ने बताया कि घर के कर्ज की किस्त चुकाने के लिए उन्होंने पैसे निकाले थे. बदमाश उसे लेकर फरार हो गये. रूपया के साथ साईकिल लेकर कालीमंदिर के लिये रवाना हुये. कुछ दूर जाने के बाद बैग से रूपया गायब था. वहीं से कोतवाली थाना जाकर उन्होंने घटना की प्राथमिकी दर्ज करायी.